नई दिल्ली : एक और जहां कोरोना वायरस महामारी की वजह से दुनिया भर के देशों की अर्थव्यवस्था तबाह हो गई। करोड़ों लोगों बेरोजगार हो गए हैं। नौकरियां छीन गई हैं। जिनकी नौकरियां बची हैं वे दबाव महसूस कर रहे हैं। कई कंपनियों और संस्थानों में सैलरी में कटौती हो गई है। जबकि दूसरी ओर भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड (TCS) ने बुधवार को घोषणा की कि वह अपने कर्मचारियों के वेतन में 1 अक्टूबर से बढ़ोतरी करेगी। उधर TCS का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर में 4.9% बढ़कर 8,433 करोड़ रुपए रहा। कंपनी ने 16,000 करोड़ रुपए की पुनर्खरीद योजना को भी मंजूरी दी है।
TCS ने बुधवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि शुद्ध लाभ में कानूनी दावे से जुड़े 1,218 करोड़ रुपए के प्रावधान को शामिल नहीं किया गया है। इन प्रावधानों को घटाने पर शुद्ध लाभ 7,475 करोड़ रुपए बनता है। इससे पूर्व वित्त वर्ष 2019-20 की दूसरी तिमाही में कंपनी को 8,042 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था। कंपनी की आय चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 3 प्रतिशत बढ़कर 40,135 करोड़ रुपए रही जो एक साल पहले इसी तिमाही में 38,977 करोड़ रुपए थी।
कंपनी के अनुसार बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने 3,000 रुपए प्रति इक्विटी शेयर के भाव पर 16,000 करोड़ रुपए की पुनर्खरीद योजना को मंजूरी दी है। यह TCS के बीएसई में बुधवार को बंद शेयर भाव 2,737.4 रुपए के मुकाबले 9 प्रतिशत अधिक है। गुरुवार सर्वाधिक चार प्रतिशत से अधिक की बढ़त रहा।
TCS ने कहा कि निदेशक मंडल ने TCS के 5,33,33,333 इक्विटी शेयरों के पुनर्खरीद के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। यह कंपनी की कुल चुकता शेयर पूंजी का 1.42 प्रतिशत है। यह पुनर्खरीद 3,000 रुपए प्रति इक्विटी शेयर पर होगी। यह पुनर्खरीद 16,000 करोड़ रुपए से अधिक की नहीं होगी। कंपनी ने 12 रुपए प्रति शेयर अंतरिम लाभांश की भी सिफारिश की है।
TCS के मुख्य कार्यपालक अधिकारी और प्रबंध निदेशक राजेश गोपीनाथ ने कहा कि मजबूत ऑर्डर, कई अच्छै सौदों के पाइपलाइन में होने और निरंतर बाजार में हिस्सेदारी के लाभ ने हमें भविष्य को लेकर भरोसा दिया है।