- जनवरी में सरकार ने एयर इंडिया का स्वामित्व टाटा समूह को ट्रांसफर कर दिया था।
- इल्कर आयसी ने AI का सीईओ बनने का प्रस्ताव ठुकरा दिया है।
- टाटा के प्रवक्ता ने मंगलवार को रॉयटर्स को इसकी जानकारी दी।
नई दिल्ली। तुर्की के नागरिक इल्कर आयसी (Ilker Ayci) ने टाटा के एयर इंडिया (Air India) के मुख्य कार्यकारी बनने से इनकार कर दिया है। दरअसल उनकी नियुक्ति की घोषणा के कुछ दिनों बाद भारत में विरोध हुआ था।
भारत में हुआ था विरोध
भारत की सत्ताधारी पार्टी के करीबी एक हिंदू राष्ट्रवादी समूह ने सरकार से एयर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में आयसी की नियुक्ति को ब्लॉक करने का आह्वान किया था। इसमें तुर्की में उनके पिछले राजनीतिक संबंधों का उल्लेख किया गया। उन्हें तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन (Racep Tayyip Erdogan) के करीबी के रूप में देखा जाता है, जिन्हें पाकिस्तान का सहयोगी माना जाता है।
राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला
आरएसएस से जुड़े स्वदेशी जागरण मंच ने पिछले शुक्रवार को कहा था कि सरकार को राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एयर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक के पद के लिए इल्कर की नियुक्ति को मंजूरी नहीं देनी चाहिए।
स्वदेशी जागरण मंच के सह-संयोजक अश्विनी महाजन ने कहा था कि सरकार इस मुद्दे को लेकर पहले से ही संवेदनशील है और इस मामले को बहुत गंभीरता से लिया है। यह पूछे जाने पर कि स्वदेशी जागरण मंच सीईओ और एमडी के पद के लिए इल्कर की नियुक्ति का विरोध क्यों कर रहा है, महाजन ने दोहराया कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है।
14 फरवरी को किया थी नियुक्ति का ऐलान
51 वर्षीय Ayci तुर्की के बिल्केंट विश्वविद्यालय और यूके के लीड्स विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र हैं। उन्होंने तुर्की के मरमारा विश्वविद्यालय से अंतरराष्ट्रीय संबंध मास्टर डिग्री भी प्राप्त की है। मालूम हो कि विमानन कंपनी टाटा संस ने 14 फरवरी को तुर्की एयरलाइंस के पूर्व प्रमुख इल्कर आयसी को एयर इंडिया का सीईओ और प्रबंध निदेशक नियुक्त करने का ऐलान किया था।