- वित्त मंत्री ने कहा- दो से ज्यादा वैक्सीन और आने वाले हैं
- वित्त मंत्री ने कहा-नेशनल डिसिज कंट्रोल की 5 शाखाएं बनेंगी
- आत्मनिर्भर स्वास्थ्य योजना लॉन्च होगी, सभी राज्यों का हेल्थ डाटा बेस बनाया जाएगा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज वित्त वर्ष 2021-2022 का बजट पेश कर रही हैं इस बजट पर देशभर की निगाहें टिकी हुई हैं उन्होंने बजट पेश करने की शुरूआत करते हुए कोरोना संकट के दौरान सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का जिक्र किया, उन्होंने कहा कि बजट 6 पिलरों पर आधारित होगा, उन्होंने कहा कि बहुत मुश्किल हालात में बजट पेश हो रहा है, कोरोना वायरस का ग्लोबल इकोनॉमी पर असर पड़ा है।
वित्त मंत्री ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अलावा 64,180 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ आत्मनिर्भर स्वास्थ्य कार्यक्रम की शुरुआत का प्रस्ताव रखा। निर्मला सीतारमण की ओर से कोरोना वैक्सीन के लिए 35 हजार करोड़ रुपये का ऐलान किया गया, वित्त मंत्री ने बताया कि स्वास्थ्य क्षेत्र के बजट को 137 फीसदी तक बढ़ाया गया है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कोविड-19 महामारी का मुकाबला करने के लिए सरकार के 27.1 लाख करोड़ रुपये के आत्मनिर्भर भारत पैकेज से संरचनात्मक सुधारों को बढ़ावा मिला है। वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि भारत में कोविड-19 के दो टीके हैं तथा दो अन्य टीकों की पेशकश जल्द की जाएगी। उन्होंने कहा कि सबसे गरीब तबके के लाभ के लिए सरकार ने अपने संसाधनों को बढ़ाया है।
वित्त मंत्री ने कहा कि पब्लिक हेल्थ की जानकारी के लिए वेबसाइट होगी, नेशनल सेंटर फॉर डिसिज कंट्रोल को और मजबूत करेंगे, नेशनल डिसिज कंट्रोल की 5 शाखाएं बनेंगी।
स्वास्थ्य और कल्याण, आत्मनिर्भर स्वास्थ्य योजना लॉन्च होगी, सभी राज्यों का हेल्थ डाटा बेस बनाया जाएगा, पीएम आत्मनिर्भर स्वास्थ्य योजना लॉन्च होगी।
उन्होंने कहा कि हमारे पास आज दो वैक्सीन आज मौजूद हैं। 100 से ज्यादा देशों को इसका फायदा मिल रहा है। दो से ज्यादा वैक्सीन और आने वाले हैं। पीएम मोदी ने हमारे वैज्ञानिकों को धन्यवाद दिया है। हमारी लड़ाई 2021 में भी जारी है। दो विश्व युद्ध की तरह पोस्ट कोविड दुनिया में रणनीतिक संबंधों में भी बदलाव आएगा। भारत लैंड ऑफ होप की तरह देखा जाएगा।
सरकार के मुताबिक, सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले करीब कर्मियों और फिर 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को टीके की खुराक दी जाएगी। बाद के चरण में गंभीर रूप से बीमार 50 साल से कम उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड के कोविड-19 टीके ‘कोविशील्ड’ और भारत बायोटेक के स्वदेश में विकसित टीके ‘कोवैक्सीन’ को देश में सीमित आपात इस्तेमाल को मंजूरी दी गई है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने जो आत्मनिर्भर पैकेज दिया वो जीडीपी का 13 फीसदी है। कोरोना संकट में RBI ने 27 लाख करोड़ का पैकेज दिया। जिस तरह से इस बार बजट बनाया गया वैसा पहले कभी नहीं हुआ, ये एक बड़ी चुनौती थी। पिछली बार जब हम बजट पेश कर रहे थे तब ये पता नहीं था कि ग्लोबल इकॉनमी कहां जाने वाली है। हमने ये कल्पना नहीं की थी कि हम हेल्थ संकट की तरफ बढ़ रहे हैं।
तीन हफ्ते के कंपलीट लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना शुरू की गई। इससे 80 करोड़ लोगों को फायदा मिला। आठ करोड़ परिवारों को मुफ्त गैस सिलिंडर मिला। बड़ी आबादी घर में थी। इसके बावजूद हेल्थ वर्कर, बैंक वर्कर, बिजली वाले, हमारे अन्नदाता और जवान नॉर्मल तरीके से काम करते रहे।