- सभी सेक्टर्स के कर्मचारियों के विचार लगभग एक जैसे ही हैं।
- इस सर्वे में 620 कंपनियों के करीब 2,000 कर्मचारियों ने अपनी प्रतिक्रिया दी।
- देश में कोरोना की स्थिति पहले से काफी बेहतर है।
WFH vs WFO: जब से कोविड-19 महामारी (Covid-19 pandemic) शुरू हुई है, लोगों ने घर से काम करना (Work From Home, WFH) शुरू किया। अब कोरोना वायरस की स्थिति सुधरने के बाद कंपनियों ने कर्मचारियों को वापस ऑफिस बुलाना शुरू कर दिया है। लेकिन कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम का चस्का लग गया है।
इस्तीफा देने के लिए तैयार कर्मचारी
कर्मचारियों को घर से काम करने की ऐसी आदत लग गई है कि वे सिर्फ अपना इंक्रिमेट ही नहीं, बल्कि नौकरी तक छोड़ने को तैयार हैं। एक रिक्रूटमेंट (Recruitment) और स्टाफिंग फर्म द्वारा किए गए एक सर्वे में ऐसी ही बात सामने आई है। सीआईईएल एचआर सर्विसेज (CIEL HR Services) द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार, हर 10 कर्मचारियों में से कम से कम 6 कर्मचारी ऑफिस लौटने के बजाय इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं।
कर्मचारियों को ज्यादा सैलरी का भी लालच नहीं
ईटी के साथ साझा किए गए सर्वेक्षण के निष्कर्षों के अनुसार, लगभग इतने ही लोग वर्क फ्रॉम ऑफिस (Work From Office, WFO) वाली नौकरी (जिसमें कर्मचारियों को ज्यादा वेतन मिल रहा है) भी छोड़ने के लिए तैयार हैं।
ये विचार सिर्फ एक या दो सेक्टर के लोगों के नहीं है, बल्कि सभी सेक्टर्स के लोगों का ऐसा ही मानना है। आईटी, आउटसोर्सिंग, टेक स्टार्टअप, परामर्श, बीएफएसआई और सभी क्षेत्रों में व्यापार-सक्षम कार्यों के लोगों के यह विचार समान हैं।
वर्क फ्रॉम होम का विकल्प चुनने के लिए लोगों के पास कई कारण हैं। इनमें से एक यह है कि इससे इनका वर्क-लाइफ बैलेंस बेहतर हुआ है और उनकी कार्य क्षमता भी प्रभावित नहीं हुई है। इस संदर्भ में सीआईईएल एचआर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आदित्य मिश्रा ने कहा कि, 'WFH को कार्यालय में वापसी की रणनीति के हिस्से के रूप में माना जाना चाहिए।'
घर से काम करने का विकल्प
मालूम हो कि वर्क फ्रॉम होम मॉडल के प्रति झुकाव को देखते हुए, महामारी के दौरान रिमोट से काम करना शुरू करने वाली कई कंपनियां इसे कम से कम एक विकल्प (Work From Home Jobs) के रूप में जारी रखने की योजना बना रही हैं। ऐसी ही एक कंपनी है टाटा स्टील, जिसने महामारी के दौरान 'एजाइल वर्किंग मॉडल्स' नीति की घोषणा की थी। कंपनी की योजना इसे जारी रखने की है।
हाइब्रिड मोड में शिफ्ट हो रही टीसीएस
इस बीच, आईटी प्रमुख टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज काम करने के एक हाइब्रिड मोड में शिफ्ट हो रही है। इसके 25X25 मॉडल के तहत, इसके सिर्फ 25 फीसदी कर्मचारी किसी भी समय किसी कार्यालय से काम करेंगे, और उन्हें अपना 25 फीसदी से अधिक समय कार्यालय में बिताने की आवश्यकता नहीं है। मर्सिडीज-बेंज इंडिया (Mercedes-Benz India) में भी हाइब्रिड मॉडल ही चल रहा है।