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NABARD : नाबार्ड लोन गारंटी कार्यक्रम किया है? 28 राज्यों में 650 जिलों के लोगों को होगा फायदा

Updated Aug 25, 2020 | 13:08 IST

Loan Guarantee Program : राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने कहा कि वह कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित ग्रामीण इलाकों में लोन गारंटी स्कीम की शुरुआत की है।

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तस्वीर साभार:&nbspPTI
नाबार्ड लोन गारंटी कार्यक्रम से लाखों लोगों को फायदा होगा
मुख्य बातें
  • ग्रामीण इलाकों के लिए नाबार्ड लोन योजना की शुरुआत की है
  • समर्पित लोन गारंटी कार्यक्रम के जरिए आसानी से लोन मिल पाएगा
  • सामूहिक तौर पर दिए जाने वाले लोन पर आंशिक गारंटी उपलब्ध कराई जाएगी

NABARD Loan Guarantee Program : कोरोना वायरस की वजह से चरमराई अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए हर तरफ से प्रयास किए जा रहे हैं। राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) भी आगे आया है। वह कोरोना वायरस महामारी (Corona Virus Pandemic) से प्रभावित ग्रामीण इलाकों में बिना किसी बाधा के लोन देने की शुरुआत की है। बैंक ने लोन प्रवाह सुनिश्चित करने के लिए एक समर्पित लोन गारंटी प्रोडक्ट (Loan Guarantee Product) की शुरुआत की है। नाबार्ड की एक रिलीज में कहा गया है कि यह प्रोडक्ट एनबीएफसी-सूक्ष्म वित्त संस्थानों को वित्त और आंशिक गारंटी कार्यक्रम के अनुरूप तैयार किया गया है। इसमें लघु और मध्यम आकार के सूक्ष्म वित्त संस्थानों (एमएफआई) को सामूहिक तौर पर दिए जाने वाले लोन पर आंशिक गारंटी उपलब्ध कराई जाएगी।

रिलीज में कहा गया है कि नाबार्ड ने विवृत्ति कैपिटल और उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक के साथ इस महीने की शुरुआत में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता इस पहल को आगे बढ़ाने के लिए किया गया है। इसके तहत सूक्ष्म उद्यमों और निम्न आय वर्ग के परिवारों के लिए फाइनेंस को सुगम बनाया जाएगा।

नाबार्ड के चेयरमैन जी आर चिंताला ने कहा कि आंशिक लोन गारंटी सुविधा (Partial loan guarantee facility) से लाखों परिवारों, कृषि कारोबारियों और व्यवसाय बाजारों को कोरोना वायरस के बाद के परिवेश में जरूरी वित्त सुविधा (Finance facility) उपलब्ध हो सकेगी। उन्होंने कहा कि शुरुआती चरण में इससे 2,500 करोड़ रुपए तक का फाइनेंस होगा और बाद में यह और बढ़ सकेगा। कार्यक्रम के तहत 28 राज्यों और 650 जिलों के 10 से अधिक परिवारों को सुविधा मिलने की उम्मीद है।

सामूहिक लोन (Group loan) निर्गम के इस ढांचे में कर्जदाता बैंक को नाबार्ड की आंशिक लोन सुरक्षा के तहत पर्याप्त सहारा प्राप्त होता है। पूंजी की लागत कम होती है क्योंकि इस तरह के लोन की रेटिंग ऊंची होती है और कर्जदाता बैंक को उसके प्राथमिक क्षेत्र के लक्ष्य को पूरा करने में मदद मिलती है।

इस कार्यक्रम के तहत पहले लेनदेन को आगे बढ़ाते हुए नाबार्ड और विवृत्ति ने उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक के साथ भागीदारी की है। महामारी की शुरुआत के बाद से नाबार्ड विशेष नकदी सुविधाओं (NABARD Special Cash Facilities) के तहत सूक्ष्म वित्त संस्थानों और गैर बैंकिंग वित्त कंपनियों को 2,000 करोड़ रुपए वितरित कर चुका है।
 

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