रेलवे ने इकॉनमी 3र्ड ऐसी क्लास को अपने बेड़े में शामिल किया है इसका मकसद आम लोग भी किफायती दर पर आरामदेह यात्रा कर सकें। एसी थर्ड एसी क्लास का जायजा कुंदन सिंह, संवाददाता Times Now नवभारत ने लिया। एसी-3 इकॉनोमी के डिब्बों की बात करें इस कोच के बर्थ काफ़ी हल्के लेकिन मज़बूत रखे गए हैं.हर बर्थ के साथ स्नैक्स टेबल की व्यवस्था की गई है।हर बर्थ के साथ चार्जिंग के लिए पोर्ट दिए गए हैं.हर बर्थ के साथ रिडिंग लाइट मौजूद है।उपर के बर्थ पर चढने के लिए बेहतर सीढ़ियां बनाई गई हैंकोच में फायर अलार्म सिस्टम की व्यवस्था.दिव्यांगों के लिए चौड़े दरवाज़ रखे गए हैं ताकि व्हील चेयर को अंदर तक लाया जा सके। एसी
AC 3 इकोनॉमी क्लास की खासियच
- AC क्लास 3 से 8% कम किराया
- 300 किमी तक का किराया 440 रु.
- 4,951 से 5,000 किमी का किराया 3,065 रु.
- आम कोच के मुकाबले 15% ज्यादा बर्थ
- कपूरथला रेल कोच फैक्ट्री में 50 कोच बने
- 2021 के अंत तक 800 कोच बनाने का लक्ष्य
दिव्यांगों के लिए सुविधाजनक टॉयलेट.टायलेट के टैप पैरों से चलाने व्यवस्था रखी गई है ताकि स्वच्छता बरक़रार रखी जा सके.इस कोच में लाइटिंग काफी बेहतर रखी गई है ताकि किसी भी मुसाफिर को परेशानी न हो।- कॉविड के दौर में ट्रेनों को डीएस इफेक्ट करने के लिए अल्ट्रा वॉयलेट रेंज टेक्निक से किया जा रहा है।