नई दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में बजट 2020 पेश करते हुए किसानों के लिए कई घोषणाएं कीं। उन्होंने पीएम कुसुम योजना को विस्तार की भी बात कही। इस योजना के तहत 20 लाख किसानों को सोलर पंप लगाने में मदद की जाएगी। पीएम कुसुम योजना को प्रधानमंत्री कृषि ऊर्जा सुरक्षा उत्थान महाभियान कहते हैं। वित्त मंत्री ने 2020-21 का बजट पेश करते हुए कहा कि 15 लाख किसानों को ग्रिड से जुड़े सोलर पंप लगाने के लिए धन मुहैया कराया जाएगा। किसान इन सोलर पंपों से बनने वाली अतिरिक्त बिजली की आपूर्ति ग्रिड को भी कर सकेंगे।
किसानों की डीजल और केरोसिन तेल पर निर्भरता घटी
सीतारमण ने लोकसभा में कहा कि इस योजना से किसानों की डीजल और केरोसिन तेल पर निर्भरता घटी है और वे सोलर पावर से जुड़े हैं। इस योजना से किसान सोलर पावर उत्पादन करने और उसे ग्रिड को बेचने में सक्षम हुए हैं। उन्होंने कहा कि किसान अपनी बंजर जमीन पर सौर ऊर्जा पैदा कर आमदनी भी कमा सकेंगे।
पीएम कुसुम योजना के 3 घटक हैं:-
10,000 मेगावाट क्षमता के ग्रिड से जुड़े विकेंद्रीकृत नवीकरणीय बिजली संयंत्र
17.50 लाख ग्रिड से अलग सौर बिजली कृषि पंप
ग्रिड से जुड़े हुए 10 लाख सौर बिजली कृषि पंपों का सोलराइजेशन
2019 में पीएम कुसुम योजना की हुई थी शुरुआत
योजना के तहत इन तीनों घटकों को मिलाकर 2022 तक कुल 25,750 मेगावाट सौर क्षमता तैयार करने की योजना है। मोदी सरकार ने पिछले कार्यकाल में फरवरी 2019 में पीएम कुसुम योजना की शुरुआत की थी, जिसके लिए 34,422 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया था।