- राहुल गांधी ने कोरोना वायरस से उपजे हालात पर बांग्लादेश के ग्रामीण बैंक के संस्थापक और नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के साथ चर्चा की है
- राहुल गांधी ने कोरोना संकट का ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर असर से मुक्ति पाने के तरीके पर बात की
- राहुल गांधी पिछले कुछ महीनों में कोरोना संकट के असर और इससे निपटने के तरीकों को लेकर कई हस्तियों से बात कर चुके हैं
नई दिल्ली : कोरोना वायरस की वजह से देश की अर्थव्यवस्था मंदी की ओर जा रही है। सरकार इससे निपटने के लिए कई कदम उठा रही है। उधर मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस भी अर्थव्यवस्था को लेकर चिंतित दिखाई दे रही है। इसके पूर्व अध्यक्ष और केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी लगातार दुनिया भर के अर्थशास्त्रियों और अर्थव्यवस्था के जानकारों से बात कर रहे हैं। इसी सिलसिले में राहुल गांधी ने कोरोना संकट का ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर असर और इस संकट से उबरने के बाद उठाए जाने वाले जरूरी कदमों को लेकर बांग्लादेश के ग्रामीण बैंक के संस्थापक और नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के साथ चर्चा की है।
राहुल गांधी ने नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के साथ बातचीत का वीडियो शुक्रवार को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और यूट्यूब पर शेयर किया। राहुल गांधी ने इस वीडियो का कुछ भाग ट्विटर पर शेयर करते हुए इस चर्चा के बारे में जानकारी दी।
राहुल गांधी इन दिग्गजों से अब तक कर चुके हैं बात
राहुल गांधी पिछले कुछ महीनों में कोविड-19 संकट के असर एवं इससे निपटने के तरीकों को लेकर अलग-अलग सेक्टर की हस्तियों के साथ बातचीत करते आ रहे हैं। इस क्रम में उन्होंने पूर्व अमेरिकी विदेश उप मंत्री निकोलस बर्न्स, उद्योगपति राजीव बजाज, जन स्वास्थ्य पेशेवर आशीष झा और स्वीडिश महामारी विशेषज्ञ जोहान गिसेक, प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री रघुराम राजन और नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अभिजीत बनर्जी से भी बातचीत की थी।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि देश में अनियोजित लॉकडाउन के कारण भारतीय शहरों से करोड़ों मजदूर चले गए। अनऑर्गनाइज्ड सेक्टर की नींव पर खड़ी अर्थव्यवस्था ध्वस्त्त हो गई। ऐसे में यह चर्चा इसको लेकर है कि कोरोना महामारी के बाद के हालात को कैसे नया आकार दिया जा सकता है।