- देश में पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धि से आवश्यक वस्तुओं के दाम भी बढ़े हैं।
- बुधवार को ईंधन की कीमत में 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई थी।
- पिछले 16 दिनों में इसमें कुल 10 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हो चुकी है।
Inflation In India: पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस सिलेंडर, सीएनजी, आदि की कीमतें बढ़ने से जनता का हाल बुरा है। पिछले 16 दिनों में देश में पेट्रोल-डीजल की कीमत (Petrol and Diesel Price) में 14 बार बढ़ोतरी हो गई है। इस महीने कम्प्रेस्ड नेचुरल गैस (CNG) की कीमत में भी कई बार इजाफा हुआ।
महंगाई रोकने के लिए मोदी सरकार का मास्टर स्ट्रोक!
महंगाई रोकने के लिए मोदी सरकार बड़ा कदम (Modi Government Plan) उठा सकती है। हो सकता है कि अब कुछ समय तक पेट्रोल-डीजल की कीमतें न बढ़ें क्योंकि सूत्रों से मिली Exclusive जानकारी के अनुसार, सरकार ने ऑयल मार्केटिंक कंपनियों को निर्देश दिए हैं कि कीमतों में बढ़ोतरी नहीं की जाए। केंद्र ने राज्यों को VAT में कटौती करने के लिए कहा है। अगर ऐसा होता है, तो यह जनता के लिए बड़ी राहत होगी।
सरकार के खिलाफ हल्ला बोल!
लगातार बढ़ती महंगाई के मुद्दे पर कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। महंगाई को लेकर कांग्रेस ने ट्वीट किया, महंगाई ने रसोई का बजट पूरी तरह से बिगाड़ कर रख दिया है। महंगाई के कुचक्र में फंसी जनता सरकार से पूछ रही है, आखिर "करें तो करें क्या, खाए तो खाए क्या"?
CNG Price Hike: महंगाई की मार, आज दोबारा महंगी हो गई CNG, जानिए कितना बढ़ा दाम
अति चिंताजनक है स्थिति: मायावती
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने कहा कि केंद्र सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया कि, 'देश में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और गरीबी का तनाव झेल रही जनता अब पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस जैसे आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों की वजह से परेशान है।'
इस महीने कई बार बढ़ी सीएनजी की कीमत
- 1 अप्रैल 2022 - 60.81 रुपये प्रति किलो
- 2 अप्रैल 2022 - 61.61 रुपये प्रति किलो
- 4 अप्रैल 2022 - 64.11 रुपये प्रति किलो
- 6 अप्रैल 2022 - 66.61 रुपये प्रति किलो
- 7 अप्रैल 2022 - 69.11 रुपये प्रति किलो
दवाइयां भी हुई महंगी
सिर्फ पेट्रोलियम उत्पाद ही नहीं, 1 अप्रैल 2022 से दवाएं भी महंगी हो गई हैं। इस महीने से दवाओं के दाम में 10 फीसदी की बढ़ोतरी की गई, जिसका सीधा असर उपभोक्ताओं पर पड़ा। देश में करीब 800 जरूरत वाली दवाइयों के दाम बढ़ गए हैं। इसमें हाई ब्लड प्रेशर, बुखार, दिल की बीमारियों, त्वचा रोग, आदि के उपचार में इस्तेमाल होने वाली दवाइयां शामिल हैं।