- चंडीगढ़ डीजीपी के नाम पर लोगों से साइबर ठगी की कोशिश
- वाट्सएप पर डीजीपी की डीपी लगाकर लोगों से मांगे ई—कॉमर्स साइट के वाउचर्स
- साइबर पुलिस मामला दर्ज कर अब आरोपियों का पता लगाने में जुटी
Chandigarh DGP: चंडीगढ़ में साइबर अपराधी अब इतने बेखौफ हो गए हैं कि वे पुलिस मुखिया के साथ भी फ्रॉड करने से पीछे नहीं हट रहे। चंडीगढ़ में शनिवार को एक ऐसा वाक्या सामने आया, जिसने पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया। साइबर ठगों ने चंडीगढ़ डीजीपी प्रवीर रंजन की फोटो वाट्सएप डीपी लगाकर लोगों के साथ ठगी की कोशिश की।
इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस विभाग अलर्ट हो गया है। साइबर सेल की टीमें अब पूरे मामले की जांच में जुट गई है। वहीं दूसरी तरफ, डीजीपी प्रवीर रंजन ने खुद इस मामले की जानकारी ट्विटर पर सांझा करते हुए लोगों से सचेत रहने की अपील की।
डीजीपी ने ये लिखा ट्वीट में
डीजीपी प्रवीर रंजन ने ट्वीट किया कि मेरी फोटो लगाकर वाट्सएप के माध्यम से साइबर ठगी की कोशिश हो रही है। इस वाट्सएप नंबर से लोगों को मैसेज कर शॉपिंग साइट के वाउचर मांगे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसी के पास कोई मैसेज आता है वह तुरंत इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज कराए। यह जानकारी देने के साथ डीजीपी ने ट्विटर पर शातिरों द्वारा बनाए गए फर्जी वाट्सएप नंबर को भी शेयर किया।
प्रशासक के प्रधान सचिव के नाम पर एसपी से हुई ठगी
बता दें कि चंडीगढ़ में प्रशासन के उच्च अधिकारियों के नाम पर इस तरह से साइबर ठगी का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं। आज से करीब पांच सप्ताह पहले 18 अप्रैल को पंजाब के राज्यपाल व चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित के प्रधान सचिव जेएम बालामुर्गन की फोटो वाट्सएप पर लगाकर पंजाब के एक एसपी से एक लाख रुपये की ठगी की गई थी। साइबर ठगों ने एसपी से एक लाख रुपये के 10 शॉपिंग वाउचर्स मंगवाए थे। इसके अलावा 24 अप्रैल को पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस रवि शंकर झा के नाम पर भी ठगी की कोशिश की जा चुकी है। ठगों ने उनकी फोटो वाट्सएप पर लगाकर कुछ लोंगों को मैसेज कर पैसे मांगे थे, लेकिन न्यायिक अकादमिक कार्यालय में तैनात कर्मचारी की सतर्कता से ठगी नहीं हो पाई।