- गिरोह का मास्टरमाइंड समेत चार आरोपी अभी फरार
- फर्जी कागजात के सहारे दिलाई थी विदेशी को जमानत
- यह गिरोह अब तक दिला चुका है दर्जनों लोगों को जमानत
Chandigarh News: चंडीगढ़ क्राइम ब्रांच ने फर्जी दस्तावेज लगाकर आरोपियों की जमानत करवाने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान हरजीत सिंह के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपी से पूछताछ के लिए दो दिन की रिमांड हासिल की थी। रिमांड के दौरान आरोपी ने इस गिरोह के दो और सदस्यों के बारे में खुलासा किया है। पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
चंडीगढ़ पुलिस ने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि फरार दोनों आरोपी इस गिरोह के मास्टरमाइंड हैं। ये दोनों आरोपी फर्जी दस्तावेज तैयार कर जमानत कराने में मुख्य भूमिका निभाते थे। क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर राजीव कुमार ने बताया कि, इन दोनों के अलावा दो और आरोपियों का सुराग लगा है। जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस के अनुसार ये गिरोह पैसे लेकर फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और फर्जी संपत्तियों के दस्तावेज तैयार कर अदालत से आरोपियों की जमानत करवाता था। यह गिरोह अब तक दर्जनों लोगों की जमानत करवा चुका है।
ऐसे हुआ पूरे मामले का खुलासा
मोगा के गांव बुक्कन भट्टी निवासी कुलदीप सिंह कुछ दिन पहले चंडीगढ़ पुलिस के पास शिकायत लेकर पहुंचे थे। कुलदीप ने पुलिस को बताया कि उसे अदालत से नोटिस आया है। नोटिस के माध्यम से उसे पता चला कि वह किसी मामले में नाइजीरियन आरोपी का जमानती था। इस आरोपी को एनडीपीएस के केस में गिरफ्तार किया गया था और जमानत पर आने के बाद फरार हो गया। जिसके बाद यह नोटिस भेजा गया। कुलदीप ने बताया कि, कोर्ट का नोटिस मिलने के बाद जब वह अदालत पहुंचे तो देखा कि दस्तावेजों पर आरोपी हरजीत सिंह की तस्वीर लगी है, जबकि सभी दस्तावेज उसके नाम पर थे। जिसके बाद जांच में जुटी पुलिस ने हरजीत को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि जांच में पता चला है कि नाइजीरियन ने जमानत करवाने के लिए आरोपियों को रुपये दिए थे। इसमें से पांच हजार रुपये हरजीत सिंह को फोटो लगाने के लिए मिला था।