- जीएमएसएच-16 ऑक्सीजन प्लांट का मैनेजमेंट देश में सबसे अव्वल
- मंत्रालय द्वारा सोमवार को कई पैरामीटर पर जांच के बाद मिली यह रैंक
- इससे पहले चंडीगढ़ के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को मिल चुका देश में दूसरा स्थान
Chandigarh News: चंडीगढ़ के लिए जुलाई माह के शुरुआती चार दिन उपलब्धियों भरा रहा। इन चार दिनों में चंडीगढ़ ने दो बड़ी उपलब्धी हासिल की है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस शहर में बनें हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को जहां पूरे देश में दूसरी रैंक दी थी। वहीं अब देशभर के सरकारी अस्पतालों में लगाए गए ऑक्सीजन प्लांट मैनेजमेंट में चंडीगढ़ को पहला स्थान दिया है। यह जानकारी सोमवार को सेक्टर-16 स्थित गवर्नमेंट मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट का औचक निरीक्षण करने पहुंचे स्वास्थ्य निदेशक डॉ. सुमन सिंह ने दी। उनके साथ डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. परमजीत सिंह और ऑक्सीजन प्लांट के नोडल ऑफिसर डॉ. मंजीत सिंह भी पहुंचे।
निदेशक डॉ. सुमन सिंह ने बताया कि, शहर भर में लगे सभी प्लांट के जरिए इस समय 5200 लीटर प्रति मिनट (एलपीएम) ऑक्सीजन पैदा की जा रही है। उन्होंने कहा कि, कोरोना महामारी के पीक के समय ऑक्सीजन की कमी की वजह से संक्रमित मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा था। इस वजह से केंद्र स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की तरफ से देशभर के सरकारी चिकित्सा संस्थानों में ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए। इस योजना के तहत ही चंडीगढ़ के जीएमएसएच-16 अस्पताल में भी ऑक्सीजन प्लांट इंस्टाल किया गया था। जो अब अपने क्षमता, उत्पादन और इस प्लांट की देखरेख करने वाले लोगों की कार्यकुशलता के कारण यह उपलब्धि हासिल हुई है।
सभी पैरामीटर का ध्यान रखने के निर्देश
बता दें कि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सोमवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए देशभर के सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य अधिकारियों से बातचीत कर ऑक्सीजन प्लांट की कार्यप्रणाली और क्षमता के बारे में जानकारी हासिल की थी। इस दौरान चंडीगढ़ स्वास्थ्य निदेशक डॉ. सुमन सिंह द्वारा भी जीएमएसएच-16 अस्पताल के ऑक्सीजन प्लांट के प्रेशर फ्लो रेट और प्योरिटी आदि के बारे में जानकारी दी थी। जिसके बाद कई पैरामीटर पर देश के सभी ऑक्सीजन प्लांटों के जांच के बाद चंडीगढ़ के ऑक्सीजन मैनेजमेंट को सबसे अच्छा माना गया।