- मोहाली में सब स्टेशन जलने से दर्जनों इलाकों में मंगलवार शाम से बिजली गुल
- जीरकपुर में आंधी से बिजली के दो टॉपर गिरने से सैकड़ों कॉलोनियां प्रभावित
- युद्धस्तर पर चल रहा मेंटिनेंस कार्य, शुक्रवार तक बिजली आने की उम्मीद
Chandigarh power crisis: मोहाली और जीरकपुर के लोगों को इस समय ब्लैकआउट जैसे स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। मोहाली में पिछले करीब 48 घंटे से बत्ती गुल है। वहीं जीरकपुर की 100 से ज्यादा कॉलोनियों में रहने वाले लाखों लोगों को भी पिछले 22 घंटे से बिजली नहीं मिल पाई है। दोनों जगहों पर बगैर बिजली रह रहे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बिजली न आने से कई जगहों पर भारी पेयजल संकट भी हो गया है। मोहाली और जीरकपुर में चरमराई इस पावर सप्लाई का कारण आग और आंधी है।
बता दें कि, मोहाली में 66 केवी सब स्टेशन में मंगलवार शाम को आग लगने की वजह से यहां से होने वाला पावर सप्लाई पूरी तरह से बंद हो गया है। बिजली निगम द्वारा यहां युद्ध स्तर पर मेंटेनेंस का कार्य किया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि, वीरवार रात या फिर शुक्रवार सुबह तक मेंटेनेंस कार्य पूरा कर लिया जाएगा। वहीं, जीरकपुर में पटियाला रोड स्थित सब-स्टेशन को बिजली सप्लाई देने वाली 66 केवी हाई टेंशन लाइन के दो टावर आंधी के चपेट में आकर गिर गए हैं। जिसकी वजह से इस सब स्टेशन के सभी फीडर बंद हो गए। इससे सब स्टेशन से जुड़े 100 से ज्यादा कॉलोनियों में बिजली पूरी तरह से गुल है।
मेंटेनेंस में लगेगा अभी वक्त
जीरकपुर में बिजली समस्या की जानकारी देते हुए पावरकॉम के एसडीओ प्रदीप ने बताया कि, कुछ जगहों के फीडर को दूसरे पॉवर हाउस से जोड़कर चलाया जा रहा है। वहीं टॉवर को भी खड़ा करने की कोशिश की जा रही है, हालांकि इसमें अभी वक्त लगेगा। जब तक ये टॉवर खड़े नहीं हो जाते तब तक बिजली सप्लाई पूरी तरह से बहाल नहीं हो सकते हैं। इन टॉवर को गिरने से ढकौली सब-स्टेशन से जुड़े एरिया में भी सप्लाई में कटौती करनी पड़ रही है, लेकिन यह ज्यादा प्रभावित नहीं है। वहीं मोहाली में आग की वजह से फेज-1 स्थित 66 केवी सब स्टेशन पूरी तरह से बर्बाद हो गया है। अधिकारियों के अनुसार, यहां पर करीब 70 फीसदी मेंटेनेंस का कार्य पूरा हो गया है। उम्मीद है कि, देर रात या कल सुबह तक यह स्टेशन दोबारा शुरू हो जाए।