- इंश्योरेंस पॉलिसी के पैसे दोगुने करने का लालच देकर बुजुर्ग से ठगे डेढ़ करोड रुपए
- ठगी करने वाले आरोपियों को साइबर सेल की टीम ने किया गिरफ्तार
- आरोपी की पहचान मुंडी खरड़ स्थित ग्रीन वैली निवासी विपुल सोनी के रूप में हुई
Chandigarh Fraud: बुजुर्ग से डेढ़ करोड़ रुपए की ठगी करने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेते हुए इसके लिए टीम गठित कर दी। जिसमें साइबर सेल की टीम ने बुजुर्ग की शिकायत पर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मिली जानकारी के अनुसार, इंश्योरेंस पॉलिसी के पैसे डबल करने का लालच देकर आरोपी ने बुजुर्गों से डेढ़ करोड़ रुपए की ठगी कर ली।
ठगी का एहसास होने पर बुजुर्ग ने इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी। जहां मौके पर पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल साइबर सेल की टीम गठित कर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आरोपी की पहचान मुंडी खरड़ स्थित ग्रीन वैली निवासी विपुल सोनी के रूप में हुई है।
अलग-अलग कंपनियों में खोले थे अकाउंट
आरोपियों ने पैसे दोगुने करवाने के लिए बुजुर्ग के करोड़ों रुपए एफआरडीआई, इंडियन क्लब, सीवी सर्विसेज, एडवेंचर मार्ट इंडिया, शताक्षी सर्विसेज में पैसे इन्वेस्ट करवाए थे। इन सभी में अलग-अलग धनराशि जमा कराई गई थी।
ब्लैकमेल कर कंपनियों में करवाते थे पैसे इन्वेस्ट
जालसाज ने सबसे पहले बुजुर्ग से अलग-अलग कंपनियों में अलग-अलग धनराशि इन्वेस्ट करवाएं। इसके बाद उन्होंने हर माह पैसे इन्वेस्ट किए जाने का दबाव बनाया। साथ ही यह चेतावनी दी कि अगर हर माह पैसे इन्वेस्ट नहीं किए तो जमा किए हुए पैसे भी डूब जाएंगे। वह पैसे भी अब दोबारा नहीं मिलेंगे। इन्वेस्ट किए हुए पैसों को दोबारा पाने की लालच में बुजुर्ग ने दोबारा पैसे जमा किए। लगातार दबाव बनाए जाने के बाद उसे ठगी का एहसास हुआ।
पुलिस ने एकाउंट नंबर व मोबाइल नंबर से जालसाजों को किया गिरफ्तार
ठगी का अहसास होने पर बुजुर्ग साधु सिंह ने मामले की शिकायत साइबर सेल से की। साइबर सेल ने मामला दर्ज कर आरोपी को पकड़ने के लिए टीम गठित कर दी। इंस्पेक्टर हरिओम के नेतृत्व में स्पेशल टीम बनाई गई। जहां पुलिस टीम ने बैंक अकाउंट नंबर और मोबाइल नंबर की मदद से ठगी करने वाले गिरोह के सरगना विपुल सोनी को गिरफ्तार कर लिया।