- सुखना लेक में होती है कई स्पोर्ट्स एक्टिविटी
- यहां प्रतिदिन हजारों सैलानी उठाते हैं वॉटर स्पोर्ट्स का मजा
- जल्द स्थापित हो सकता है नेशनल रोइंग अकादमी
Chandigarh Shukhna Lake: अभी तक पिकनिक के लिए प्रसिद्ध चंडीगढ़ का सुखना लेक अब स्पोर्ट्स सेंटर के तौर पर भी अपनी पहचान बना रही है। यहां पर शहर और आसपास की जगहों से प्रतिदिन हजारों सैलानी घूमने आते हैं। जिस कारण यहां हमेशा लोगों की भीड़ लगी रहती है। सुखना लेक पर अभी तक रोइंग, ड्रैगनबोट, कयाकिंग एंड कैनोइंग की मिलने वाली ट्रेनिंग, लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींच रही थी। लेकिन जल्द ही यहां नेशनल रोइंग अकादमी भी स्थापित हो सकता है।
शहर में वाटर स्पोर्ट्स को अगले स्तर पर ले जाने के लिए यूटी स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट ने सुखना लेक पर नेशनल रोइंग अकादमी स्थापित करने का प्रपोजल खेल मंत्रालय को भेजा है। उम्मीद की जा रही है कि, जल्द ही यह प्रपोजल पास हो जाएगा, जिसके बाद यहां वाटर स्पोर्ट्स से जुड़े खिलाड़ियों व सैलानियों को कई तरह की अतिरिक्त सुविधाएं मिलेंगी। साथ ही, वे एक ही जगह पर वॉटर स्पोर्ट्स का पूरा मजा भी ले पाएंगे।
सुखना लेक कर चुका है कई इंटरनेशनल इवेंट की मेजबानी
इस प्रसिद्ध सुखना लेक पर अब तक कई इंटरनेशनल स्तर के इवेंट हो चुके हैं। यहां पर वर्ष 1993 में एशियन चैंपियनशिप, वर्ष 1989 सीनियर एशियन चैंपियनशिप, वर्ष 2000 में एशियन चैंपियनशिप आयोजित हुई थी। साथ ही वर्ष 2019 में ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप और ऑल इंडिया ड्रैगन बोट चैंपियनशिप का आयोजन भी हुआ है। वहीं इस महीने ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी ड्रैगन बोट, कयाकिंग और कैनोइंग के इवेंट भी सुखना लेक पर हो चुके हैं।
शहर के पूर्व रोइंग खिलाड़ी को मिल चुका है ध्यानचंद अवार्ड
पूरे देश के वॉटर स्पोर्ट्स में सुखना लेक और यहां मौजूद लेक क्लब स्पोर्ट्स कांप्लेक्स काफी अहमयित रखता है। यहां के पूर्व रोइंग खिलाड़ी व ओलिंपियन मंजीत सिंह को पिछले साल ध्यानचंद अवार्ड से सम्मानित किया गया। मंजीत सिंह इस शहर के पहले ऐसे रोइंग खिलाड़ी हैं, जिन्हें इतना बड़ा खेल सम्मान दिया गया। मंजीत सिंह दो बार ओलिंपिक में हिस्सा ले चुके हैं और एशियन गेम्स खेलते हुए दो सिल्वर मेडल जीत चुके हैं। मौजूदा समय में वाटर स्पोर्ट्स से जुड़े दर्जनों खेलों की कोचिग यहां दी जाती है। सुखना लेक पर पंजाब यूनिवर्सिटी, शहर के तमाम कॉलेज, यूटी स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट, सीआरपीएफ और पंजाब पुलिस के सैकड़ों जवान भी अभ्यास करते हैं।