- नाबालिका के साथ दो युवकों ने कई बार किया था दुष्कर्म
- अभी तक पुलिस को नहीं पता चल पाया कि बच्चे का पिता कौन
- दोनों आरोपियों के डीएनए व ब्लड सैंपल भेजे गए लैब
Chandigarh Crime News: मौलीजागरां एरिया में भ्रूण मिलने के मामले को चंडीगढ़ पुलिस अभी तक पूरी तरह सुलझा नहीं पाई है, जबकि इस घटना को करीब पांच माह का समय बीत चुका है। इस मामले में अब सबसे बड़ा पेंच भ्रूण को लेकर है कि, रेप के आरोपी 2 युवकों में से इस बच्चे का असली पिता कौन है। इसके लिए पुलिस अब डीएनए टेस्ट करा रही है।
बता दें कि, नवंबर 2021 में मौलीजागरां एरिया में भ्रूण मिलने पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। जांच के दौरान पुलिस ब्लड सैंपल के आधार पर उस नाबालिगा तक पहुंच गई, जिसने इस बच्चे को जन्म दिया था। पूछताछ के दौरान नाबालिग ने बताया कि, उसके साथ दुष्कर्म हुआ था, जिससे गर्भ ठहर गया। जिसका पता चलने पर परिजनों ने उसका गभर्पात घर पर कराया था। उसकी मां और एक अन्य महिला ने भ्रूण को झाड़ियों में फेंक दिया था। यह खुलासा होने के बाद पुलिस ने उन दोनों को गिरफ्तार किया।
नाबालिक से हुआ था दुष्कर्म
पुलिस ने अपनी जांच को जब आगे बढ़ता तो पता चला कि नाबालिगा से दुष्कर्म करने वाला एक नहीं बल्कि दो युवक थे। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। इसमें से एक नाबालिग है, जिसे बाल सुधार गृह भेजा गया है और दूसरे युवक प्रदीप को जेल भेज दिया गया है। अभी तक की पुलिस जांच में उजागर हुआ कि दोनों आरोपितों ने पीड़िता से अलग-अलग समय पर कई बार दुष्कर्म किया। लेकिन, पीड़िता ने जिस बच्चे को जन्म दिया उसका असली पिता कौन है इसका अभी तक पता नहीं चल पाया है। ऐसे में पुलिस के सामने अब सबसे बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि आखिर दोनों आरोपित युवकों में से बच्चे का पिता किसे माना जाए।
कराया जा रहा डीएनए टेस्ट
इस समस्या का समाधान करने के लिए पुलिस ने दोनों आरोपितों के डीएनए और ब्लड सैंपल लेकर टेस्ट के लिए लैबोटरी में भेज दिए हैं। टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि दोनों आरोपितों में बच्चा किसका था। अभी नाबालिग आरोपित बाल सुधार गृह में है, वहीं दूसरा आरोपित प्रदीप उर्फ डब्बू को जिला अदालत ने न्यायिक हिरासत भेज है।