- स्टेडियम में सुबह 10.30 पर आयोजित हुआ यह कार्यक्रम
- 7500 छात्रों ने एकजुट होकर बनाया सबसे बड़ा ह्यूमन फ्लैग
- इस रिकॉर्ड के लिए छात्रों ने की थी डेढ़ माह तक लगातार प्रैक्टिस
Har Ghar Tiranga: चंडीगढ़ में आज शनिवार को अनोखा नजारा देखने को मिला। यहां पर लोगों ने वो देखा, जो शायद आज से पहले लोगों ने कभी नहीं देखा था। चंडीगढ़ के लोगों ने वह कर दिखाया जिसका पूरे देश को इंतजार था। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 7500 लोगों ने एकसाथ खड़े होकर विश्व का सबसे बड़ा ह्यूमन फ्लैग बनाया है। इस रिकार्ड को अब गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल किया जाएगा। इससे पहले यह रिकॉर्ड यूएई के नाम था, जिसे अब तोड़ दिया गया है।
यह रिकार्ड सेक्टर-16 क्रिकेट स्टेडियम में शनिवार सुबह साढ़े 10 बजे बनाया गया। 7500 लोगों ने एकजुट होकर लहराता हुआ राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा ह्यूमन फ्लैग बनाया। इस इवेंट में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स शामिल हुए थे। इस दौरान पूरा क्रिकेट स्टेडियम भारत माता की जय और वंदे मातरम जैसे नारों से गूंजता रहा। इस नजारे को देखने के लिए हजारों लोग स्टेडियम में मौजूद रहे।
इससे पहले 28 नवंबर 2017 को यूएई में बनाया था रिकॉर्ड
इस खास कार्यक्रम में चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित मुख्यातिथि और विदेश एवं सांस्कृतिक राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी विशेष अतिथि रही। यह कार्यक्रम यूटी प्रशासन ने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर आयोजित किया। अधिकारियों के अनुसार इस रिकार्ड को बनाने के लिए लोगों ने लगभग डेढ़ महीने तक तैयारी की। चंडीगढ़ प्रशासन ने बताया कि इस कार्यक्रम में अलग-अलग स्कूलों से 7500 स्टूडेंट्स इकट्ठे हुए। इनमें 2500 बच्चे केसरी रंग, 2500 सफेद और 2500 हरे रंग के कपड़े पहने हुए थे। यह सभी लहराते हुए राष्ट्रीय ध्वज ‘तिरंगा' के रूप में स्टेडियम में एकत्रित हुए। इन्हीं के बीच आशोक चक्र बनाया गया। इस तिरंगे के बनने से चंडीगढ़ का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया। कार्यक्रम में मौजूद गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की अधिकारी स्वप्रिल डांगारीकर ने बताया कि इस रिकॉर्ड का टाइटल 'लहराते हुए राष्ट्रीय ध्वज की सबसे बड़ी मानव छवि' था। ऐसा ही एक रिकॉर्ड 28 नवंबर 2017 में यूएई में बनाया गया था। उस समय 5,885 लोगों की भीड़ ने आबुधाबी में यह रिकॉर्ड बनाया था जो अब टूट गया है।