नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) कमेंटरी पैनल से हटाए जाने के बाद भारत के पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। मांजरेकर ने रविवार को कहा कि वह हमेशा कमेंटरी को सम्मान मानते आए हैं और पेशेवर होने के नाते इस फैसले को स्वीकार करते हैं। मांजरेकर हाल में कमेंटरी के दौरान अपने कुछ विचारों से विवादों में फंस गए और उन्हें बीसीसीआई के कमेंटरी पैनल से हटा दिया गया। ऐसे में मांजरेकर के आईपीएल 2020 में कमेंट्री करने पर भी संशय के बादल छा गए हैं। माना जा रहा है कि उनकी आईपीएल में भी भागीदारी संभव नहीं होगी। 54 वर्षीय मांजरेकर भारत के लिए 37 टेस्ट और 74 वनडे मैच खेल चुके हैं।
'बीसीसीआई मेरे काम से खुश नहीं था'
मांजरेकर ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा, 'मैंने हमेशा ही कमेंटरी को सम्मान माना है लेकिन कभी मैंने खुद को इसका हकदार नहीं माना।' उन्होंने कहा, 'यह मेरे नियोक्ता पर निर्भर है कि वे मुझे इस काम के लिए चुनते हैं या नहीं और मैं हमेशा ही इसका सम्मान करूंगा। शायद पिछले कुछ समय से बीसीसीआई मेरे काम से खुश नहीं था। बतौर पेशेवर मैं इसे स्वीकार करता हूं।' मांजरेकर के लिए पिछले कुछ महीने कुछ अच्छे नहीं रहे। इस दौरान वह कई विवादों के केंद्र में रहे। मांजरेकर द्वारा भारतीय ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा पर की गई टिप्पणी और साथी कमेंटेटर हर्षा भोगले की काबिलियत पर सवाल उठाना काफी चर्चा में रहा था।
जब भड़क उठे रवींद्र जडेजा
गौरतलब है कि संजय मांजरेकर ने रवींद्र जडेजा को लेकर पिछले साल कहा था कि वह इस ऑलराउंडर को पूर्ण खिलाड़ी नहीं मानते। मांजरेकर ने कहा था कि उन्हें वह खिलाड़ी नहीं पसंद जो टुकड़ों में प्रदर्शन करते हैं। उन्होंने कहा था कि मैं अनियमित खिलाड़ियों का बड़ा प्रशंसक नहीं हूं जो जडेजा अपने वनडे करियर में इस समय हैं। टेस्ट मैचों में वह विशुद्ध गेंदबाज हैं लेकिन वनडे में मैं उनके स्थान पर बल्लेबाज या गेंदबाज चुनूंगा। मांजरेकर की इस बात पर जडेजा बेहद नाराज हुए थे और उन्होंने खिलाड़ियों का साम्मान करने की सलाह दी थी।।
जडेजा ने कहा था कि मैंने आपके द्वारा खेले गए मैचों की संख्या से दोगुना खेला है और अभी भी खेल रहा हूं। जिन लोगों ने अपने जीवन में कुछ हासिल किया है, उन लोगों का सम्मान करना सीखें। मैंने आपके जुबानी डायरिया के बारे में सुना है।' हालांकि, मांजरेकर ने बाद में स्वीकार किया था कि उन्होंने जडेजा पर गैर जरूरी टिप्पणी की थी। वहीं, मांजरेकर ने ने भारत और बांग्लादेश के पिछले साल डे-नाइट टेस्ट के दौरान साथी कमेंटेटर हर्षा भोगले की काबिलियत पर सवाल उठाए थे क्योंकि वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नहीं खेले थे। इसके बाद मांजरेकर को माफी मांगनी पड़ी थी।