- 10 साल बाद पाकिस्तान ने इंग्लैंड के खिलाफ गंवाई टेस्ट सीरीज
- मैनचेस्टर में खेले गए पहले टेस्ट में पाकिस्तान को 3 विकेट से मिली थी हार
- वही टेस्ट सीरीज में निर्णायक साबित हुआ, अंतिम दो टेस्ट बारिश के कारण ड्रॉ रहे
साउथैम्पटन: पाकिस्तानी कप्तान अजहर अली ने कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के दौरान जब वह रन बनाने के लिये जूझ रहे थे तो उन्हें दबाव महसूस हो रहा था लेकिन कप्तानी छोड़ने का विचार कभी उनके दिमाग में नहीं आया। पाकिस्तान ने तीन मैचों की श्रृंखला 0-1 से गंवायी। इंग्लैंड ने पहला टेस्ट जीता लेकिन दूसरा और तीसरा मैच बारिश से प्रभावित रहे और ड्रॉ समाप्त हुए।
अजहर को पहले दो मैचों में रन नहीं बनाने के कारण आलोचना झेलनी पड़ी थी लेकिन तीसरे टैस्ट मैच की पहली पारी में उन्होंने शतक लगाया। अजहर ने जब पूछा गया कि क्या श्रृंखला के दौरान वह कप्तानी छोड़ना चाहते थे, उन्होंने कहा, 'नहीं, मेरा पूरा ध्यान श्रृंखला पर था। मेरे दिमाग में कभी यह बात नहीं आयी। हां दबाव था लेकिन मैंने अपने प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित किया।'
उन्होंने कहा, 'पहला टेस्ट गंवाने के बाद कप्तान होने के कारण दबाव और आलोचना मुझे ही झेलनी थी लेकिन मैंने अपने प्रदर्शन से इसे प्रशंसा में बदलने की कसम खायी। इसके अलावा हमारे टीम प्रबंधन में अनुभवी लोगों के होने से भी हमें उस हार से उबरने में मदद मिली।'
इंग्लैंड ने 2010 के बाद पाकिस्तान के खिलाफ अपनी पहली टेस्ट श्रृंखला जीती। अजहर ने कहा, 'हम निराश हैं कि श्रृंखला नहीं जीत पाये। हम यहां श्रृंखला जीतने के लिये आये थे। हमें मौके मिले लेकिन हम उनका फायदा नहीं उठा पाये। इंग्लैंड को श्रेय जाता है। उसने अवसरों का फायदा उठाया।'
इंग्लैंड ने पहले टेस्ट मैच में 277 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पांच विकेट 117 रन पर गंवा दिये थे लेकिन इसके बाद जोस बटलर और क्रिस वोक्स ने टीम को अप्रत्याशित जीत दिलायी थी।