- अलीम डार बनेंगे सबसे ज्यादा वनडे मैचों में फील्ड अंपायर की भूमिका निभाने वाले व्यक्ति
- तोड़ेंगे द. अफ्रीकी अंपायर रूडी कुएर्टजन का रिकॉर्ड
- पिछले साल ही टेस्ट मैचों में तोड़ा था स्टीव बकनर का रिकॉर्ड
रावलपिंडी: पाकिस्तान और जिंबाब्वे की क्रिकेट टीमें रविवार को जब तीन मैच की सीरीज के दूसरे वनडे में टकराने मैदान में उतरेंगी तो यह मैच पाकिस्तानी अंपायर अलीम डार के लिए बेहद यादगार मौका होने जा रहा है। इस मैच में अंपायरिंग करने के लिए मैदान में उतरते ही अलीम डार के नाम अंतरराष्ट्रीय वनडे मैचों में सबसे ज्यादा बार फील्ड अंपायर की भूमिका अदा करने का रिकॉर्ड दर्ज हो जाएगा। डार इस मामले में वो द. अफ्रीकी अंपायर रूडी कुएर्टजन को पीछा छोड़ देंगे।
पिछले साल टेस्ट में तोड़ा था स्टीव बकनर का रिकॉर्ड
52 वर्षीय अलीम डार के करियर का बतौर अंपायर 210वां मैच होगा। पिछले साल पर्थ में ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड के बीच खेले गए टेस्ट मैच में वो सबसे ज्यादा टेस्ट मैचों में अंपायरिंग करने का स्टीव बकनर का रिकॉर्ड अपने नाम किया था। ऐसे में उनके नाम सबसे ज्यादा वनडे और टेस्ट मैच में अपायरिंग करने का साझा रिकॉर्ड भी दर्ज हो जाएगा।
पहले ही नाम दर्ज है सबसे ज्यादा मैचों में अंपायरिंग का रिकॉर्ड
अलीम डार अबतक 132 टेस्ट, 209 वनडे और 46 टी20 मैच में अंपायर की भूमिका अदा कर चुके हैं। उनके नाम पहले ही सबसे ज्यादा 387 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में अंपायर की भूमिका अदा करने का रिकॉर्ड दर्ज है। सबसे ज्यादा टी20 मैचों में अंपायरिंग करने के मामले में वो केवल अहसान रजा से पीछे हैं।
सोचा नहीं था इतनी दूर तक पहुंचूंगा
इस विशेष मौके से पहले आईसीसी द्वारा जारी बयान में अलीम डार ने कहा, ये मेरे लिए बड़े सम्मान का विषय है कि बतौर अंपायर टेस्ट और वनडे दोनों सूचियों में मेरा नाम सबसे ऊपर है। जब मैंने अंपायरिंग करियर की शुरुआत की थी तब ऐसा कतई नहीं सोचा था कि मैं इतनी दूर तक पहुंचूंगा। मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि मैंने मैदान पर हर पल का लुत्फ उठाया है और सीखना निरंतर जारी है।
बतौर खिलाड़ी करते थे लेग स्पिन गेंदबाजी
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के झंग में जन्मे अलीम डार प्रथम श्रेणी क्रिकेट खिलाड़ी रहे हैं। उन्होंने साल 1987 में अपना पहला प्रथम श्रेणी मैच खेला था लेकिन इसके बाद अगले 10 साल में वो केवल 17 प्रथम श्रेणी और 18 लिस्ट ए मैच खेल सके। बतौर लेग स्पिनर खेलने वाले डार ने 1997 में अपना आखिरी मैच खेला था और साल 2003 में अंपायरिंग के करियर की शुरुआत की। उसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। आज उनकी दुनियाभर में एक शानदार अंपायर के रूप में पहचान है।