- एंड्रयू फ्लिंटॉफ का वो किस्सा, जो कभी भुलाया नहीं जा सकता
- क्रिकेट जगत के सबसे शर्मनाक विवादों में से एक
- चली गई थी उप-कप्तानी, किसी से आंख नहीं मिला पा रहा था दिग्गज क्रिकेटर
क्रिकेट की दुनिया में कई ऐसे दिग्गज खिलाड़ी ऐसे हो चुके हैं जो अपने करियर के साथ-साथ अपनी निजी जिंदगी या फिर मैदान से बाहर अपनी हरकतों के लिए विवादों में रहे हों। ऐसे ही एक खिलाड़ी थे इंग्लैंड के पूर्व महान ऑलराउंडर एंड्रयू फ्लिंटॉफ (Andrew Flintoff)। कभी इंग्लैंड क्रिकेट टीम की जान माने जाने वाले इस शानदार ऑलराउंडर ने मैदान पर कई बार यादगार प्रदर्शन करके दिल जीते लेकिन उन्होंने कई बार ऐसी चीजें भी कीं जिसने दुनिया को सन्न कर दिया। ऐसा ही एक वाकया 14 साल पहले हुआ था जिसने इंग्लिश क्रिकेट को हिलाकर रख दिया था।
बात है 2007 के आईसीसी क्रिकेट विश्व कप से जुड़ी। विश्व कप का वो संस्करण वेस्टइंडीज में आयोजित हुआ था। कठिन पिचों पर एक बेहद कठिन टूर्नामेंट था वो। उस विश्व कप में कई ऐसी सुर्खियां बनीं जिनके बारे में कभी किसी ने सोचा भी नहीं था। दिग्गजों से भरी भारतीय टीम का विश्व कप के पहले ही राउंड में बाहर होना हो, या फिर पाकिस्तानी टीम का शर्मनाक हार के बाद टूर्नामेंट से बाहर होना और उसके बाद उनके कोच बॉब वूल्मर का होटल के रूम में निधन होना। इन सब के बीच एंड्रयू फ्लिंटॉफ ने भी एक विवादित किस्सा जोड़ा था।
हार से निराश हुए, जमकर पी शराब
इंग्लैंड ने टूर्नामेंट का पहला मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था और उन्हें उस मैच में हार मिली। बाकी खिलाड़ियों ने तो इस हार को एक आम असफलता की तरह लिया लेकिन 29 वर्षीय फ्लिंटॉफ इतना गम में डूब गए कि उन्होंने खुद को नशे में डुबाने की तैयारी कर ली। इंग्लैंड को टूर्नामेंट में अपना दूसरा मैच 24 घंटे बाद खेलना था और फ्लिंटॉफ नशे में धुत हो गए थे। देर रात तक वो कई खिलाड़ियों के साथ पीते रहे मानो टूर्नामेंट खत्म हो चुका हो।
फिर हुआ चौंकाने वाला किस्सा
शराब पीने के बाद नशे में धुत फ्लिंटॉफ को पता नहीं क्या हुआ और वो अकेले समंदर किनारे 'बीच' की तरफ बढ़ चले, वो भी देर रात 1.30 बजे। वहां पहुंचकर ऐसा नहीं था कि वो बीच की रेत पर कुछ देर आराम करना चाहते थे, बल्कि जनाब वहां एक पतली नाव पर चढ़ गए और उसे खोलकर समंदर में जाने लगे। ना उनके पास नाव चलाने के लिए चप्पू थे, ना उन्हें नशे में अंदाजा था कि वो कहां जाने वाले थे और सबसे बड़ी बात कि उनको तैरना भी नहीं आता था।
खुद फ्लिंटॉफ ने किया पूरा खुलासा
कई सालों बाद फ्लिंटॉफ ने 2014 में उस रात से जुड़ा पूरा खुलासा किया और खुलकर अपनी सबसे अजीबोगरीब हरकत के बारे में बताया। फ्लिंटॉफ के मुताबिक समंदर किनारे पहुंचने के बाद उन्होंने दूर खड़ी कुछ नाव देखीं और उनको पता था कि उन्हीं में से एक नाव में इंग्लैंड के पूर्व महान खिलाड़ी इयान बॉथम भी थे। फ्लिंटॉफ ने मन बनाया कि वो बॉथम के साथ कुछ और ग्लास शराब पीएंगे। इसलिए ये जानते हुए भी कि वो तैर नहीं सकते, वो नाव लेकर अंधेरे समंदर में बढ़ चले। उसके बाद अगले दिन एक साथ कई झटके लगे।
अगले दिन सुबह आंख खोली तो..
समंदर की तरफ बढ़ चलने के बाद सब कुछ अंधेरे में चला गया था, उसके बाद का उनको कुछ याद नहीं क्योंकि अगली सुबह जब नशा उतरा तो उन्होंने खुद को होटल रूम के बिस्तर पर पाया। कपड़े गीले थे, पैरों में अब भी रेत लगी थी। दरअसल, होटल स्टाफ के कुछ लोगों ने फ्लिंटॉफ को डूबने से बचा लिया था और उनको वापस होटल में ले आए थे। फिर टीम के कोच डंकन फ्लेचर कमरे में आते हैं और गुस्से में सिर्फ एक बात कहते हैं- "मेरे कमरे में आओ तुरंत।"
प्रेस कॉन्फ्रेंस और सजा
इससे पहले भी फ्लिंटॉफ इससे मिलती-जुलती कुछ हरकतें कर चुके थे इसलिए वो पहले से चेतावनी वाले दायरे में थे। इस हरकत के बाद उनको प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सबको माफी मांगने का आदेश दिया गया। सजा के तौर पर उनको टीम के उप-कप्तान पद से हटा दिया गया और एक मैच का प्रतिबंध भी लगा दिया गया। यही नहीं, टीम के लिए टूर्नामेंट खराब रहा तो कप्तान माइकल वॉन ने टूर्नामेंट के बाद जले पर नमक छिड़कने का काम भी कर दिया। वॉन ने अपने बयान में कहा कि, 'पेडलो' (Pedalo boat) विवाद ने टीम के मनोबल को गिराने का काम किया।
फ्लिंटॉफ कई सालों तक तो इस हरकत की भरपाई नहीं कर सके लेकिन विश्व कप 2007 के दो साल बाद 2009 में उन्होंने करियर की अंतिम व शानदार सफलता से फैंस का दिल एक बार फिर जीत लिया जब इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को एशेज सीरीज में हराकर खिताब बरकरार रखा। फ्लिंटॉफ क्रिकेट करियर के बाद भी एक लोकप्रिय सेलेब्रिटी बन गए और कई बड़े ब्रांड व टीवी चैनल कार्यक्रम के वो हिस्सा बने, यहां तक कि उन्होंने बॉक्सिंग में भी हाथ आजमाया और आज भी वो चर्चित व सक्रिय हैं।