- अर्जुना रणतुंगा ने बायो-बबल का उल्लंघन करने वाले खिलाड़ियों पर निकाली भड़ास
- रणतुंगा ने कहा कि अगर वो कप्तान होते तो खिलाड़ियों को दो-तीन बार थप्पड़ जड़ते
- इन तीनों खिलाड़ियों को इंग्लैंड से तुरंत स्वदेश बुला लिया गया है
कोलंबो: इंग्लैंड में बायो-बबल का उल्लंघन करने वाले कुसल मेंडिस, निरोशन डिकवेला और दनुष्का गुनाथिलाका पर पूर्व श्रीलंकाई कप्तान अर्जुना रणतुंगा ने जमकर भड़ास निकाली है। रणतुंगा ने कहा कि अगर वो राष्ट्रीय टीम के कप्तान होते, तो शायद खिलाड़ियों को दो-तीन बार थप्पड़ जड़ देते। श्रीलंका क्रिकेट इस समय मैदान के अंदर और बाहर मुसीबतों से घिर हुआ है।
खिलाड़ियों और बोर्ड के बीच नए अनुबंध को लेकर विवाद जारी है। प्रदर्शन की बात करें श्रीलंका को इंग्लैंड के खिलाफ हाल ही में तीन टी20 इंटरनेशनल मैचों में क्लीन स्वीप झेलना पड़ा। इसके अलावा तीन मैचों की वनडे सीरीज में श्रीलंकाई टीम इंग्लैंड के खिलाफ 0-2 से पिछड़ रही है। मामला तब और बिगड़ गया जब कुसल मेंडिस, निरोशन डिकवेला और दनुष्का गुनाथिलाका को इंग्लैंड दौरे के बीच से घर भेज दिया गया। ये तीनों खिलाड़ी बायो-बबल प्रोटोकॉल तोड़ने के दोषी पाए गए।
इन तीनों खिलाड़ियों के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं। 1996 वर्ल्ड कप चैंपियन श्रीलंकाई टीम के कप्तान अर्जुन रणतुंगा ने कहा कि मौजूदा खिलाड़ी क्रिकेट खेलने से ज्यादा प्रचार पर ध्यान देते हैं। उनके हवाले से डेली मिरर डॉट आईके ने कहा, 'मैं खिलाड़ियों को सोशल मीडिया के साथ खेलने की अनुमति नहीं देता। वो क्रिकेट खेलने के अलावा सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का पर ध्यान देते हैं। क्रिकेट प्रशासन ने इस बारे में कुछ भी नहीं किया। खिलाड़ियों को सिर्फ प्रचार चाहिए। अगर मैं टीम का कप्तान होता, ये तीन खिलाड़ी भले ही चालाक होते। मैं दो से तीन बार इनको थप्पड़ मारता।'
खिलाड़ियों के बुरे बर्ताव के अलावा रणतुंगा ने मौजूदा प्रशासन पर भी आरोप लगाया, जिसने हाल ही में श्रीलंका क्रिकेट की छवि को खराब किया है।
संगकारा ने किया बचाव
जहां अर्जुना रणतुंगा ने बायो-बबल का उल्लंघन करने वाले खिलाड़ियों को थप्पड़ जमाने की बात कहीं, वहीं कुमार संगकारा ने उम्मीद जताई कि तीनों को अपने आपको साबित करने के लिए मौका मिलेगा।
पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज ने स्काय स्पोर्ट्स से बातचीत में कहा, 'ये तीनों सीनियर खिलाड़ी हैं। एक तो उप-कप्तान (कुसल मेंडिस) है। यहां कार्रवाई होगी और उन्हें सजा मिलेगी। मुझे उम्मीद है कि समर्थन और सलाह उनके लिए उपलब्ध कराई जाएंगी ताकि वह अपना विकास कर सके। उनके लिए ये जरूरी है ताकि मैदान के अंदर और बाहर की अपनी जिंदगी को सकारात्मक अंदाज में जी सकें।'
रिपोर्ट्स में जानकारी मिली है कि इन तीन श्रीलंकाई क्रिकेटरों पर एक साल का प्रतिबंध लग सकता है और उन पर भारी जुर्माना भी लग सकता है। इसका मतलब यह हुआ कि ये तीनों क्रिकेटर इस साल होने वाले टी20 विश्व कप में नजर नहीं आएंगे।