- अक्षर पटेल को 12वें ओवर में पहली बार गेंदबाजी कराई गई
- पटेल के ओवर में 19 रन खर्च हुए और फिर उन्हें गेंदबाजी का मौका नहीं मिला
- दक्षिण अफ्रीका ने दूसरा टी20 4 विकेट से जीतकर सीरीज में 2-0 की बढ़त बनाई
कटक: टीम इंडिया को रविवार को दक्षिण अफ्रीका के हाथों पांच टी20 इंटरनेशनल मैचों की सीरीज के लगातार दूसरे मुकाबले में शिकस्त सहनी पड़ी। भारतीय टीम ने कटक में 148 रन का स्कोर बनाया, जिसे मेहमान टीम ने 18.2 ओवर में छह विकेट खोकर हासिल किया। इसी के साथ दक्षिण अफ्रीका ने पांच टी20 इंटरनेशनल मैचों की सीरीज में 2-0 की बढ़त बनाई।
बाराबती स्टेडियम में खेले गए दूसरे मैच में भारतीय टीम प्रोटियाज के विकेटकीपर बल्लेबाज हेनरिच क्लासेन पर रोक नहीं लगा सकी, जिन्होंने मैदान के हर कोने में गेंद को बाउंड्री पार भेजा। क्लासेन के बल्ले के शानदार प्रदर्शन के बीच भारत की सारी रणनीति फ्लॉप होती हुई नजर आई। अक्षर पटेल को गेंदबाजी आक्रमण पर देरी से लाने के फैसले ने कई लोगों को हैरान किया। बाएं हाथ के स्पिनर को पारी के 12वें ओवर में गेंदबाजी आक्रमण पर लाया गया और खर्चीला साबित होने पर उन्हें दूसरा मौका नहीं दिया गया।
ऋषभ पंत का यह फैसला पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज आशीष नेहरा को रास नहीं आया। उन्होंने अक्षर पटेल का जल्दी उपयोग नहीं करने के लिए कप्तान पंत पर जमकर भड़ास निकाली। नेहरा का मानना है कि अगर पंत पहले ही अक्षर पटेल का उपयोग करते तो शायद बड़ा प्रभाव बना सकते थे। दक्षिण अफ्रीका की टीम 5.3 ओवर में 29/3 के स्कोर पर संघर्ष कर रही थी जब क्लासेन क्रीज पर आए। नेहरा ने कहा कि जब दो दाएं हाथ के बल्लेबाज क्रीज पर थे तो अक्षर पटेल को गेंदबाजी आक्रमण पर लाना चाहिए था।
आशीष नेहरा ने क्रिकबज पर बातचीत करते हुए कहा, 'विशाखापत्तनम की स्थितियों पर प्लेइंग 11 में बदलाव निर्भर करेगा। ऋषभ पंत को भी ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने अक्षर पटेल को इतने लंबे समय तक रोके रखा। उस समय दो दाएं हाथ के बल्लेबाज क्रीज पर थे। मुझे कोई कारण समझ नहीं आया कि अक्षर पटेल को तब ओवर क्यों नहीं दिया गया।' नेहरा से सहमति जताते हुए पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल ने भी कहा कि स्थिति को समझते हुए खेल को पढ़ना जरूरी था।
पटेल ने कहा, 'इस तरह की स्थिति में खेल को पढ़ना बहुत महत्वपूर्ण है, विशेषकर इस प्रारूप में। क्लासेन शुरूआत में संघर्ष कर रहे थे और उन्हें लंबे शॉट्स खेलने की जरूरत थी। वो भले ही स्पिन के अच्छे खिलाड़ी हैं, लेकिन अक्षर पटेल को लाने का यह सही मौका होता।' क्लासेन को क्विंटन डी कॉक की जगह प्लेइंग 11 में शामिल किया गया था। कॉक को हाथ में चोट लगी थी। क्लासेन ने अपने पहले ही मैच में 46 गेंदों में सात चौके और पांच छक्कों की मदद से 81 रन की मैच विजयी पारी खेली।