- एशिया कप में टीम इंडिया ने किया निराशाजनक प्रदर्शन
- टी20 विश्व कप से पहले भारतीय टीम के सामने आ खड़े हुए हैं कई बड़े सवाल
- रवींद्र जडेजा की चोट ने खड़ी की है सबसे बड़ी परेशानी
नई दिल्ली: आगामी टी20 विश्व कप से पहले एशिया कप टी20 टूर्नामेंट में भारत के लचर प्रदर्शन से टीम प्रबंधन को जवाब कम मिले लेकिन सवाल अधिक उठने लगे। ग्रुप चरण में पाकिस्तान और हांगकांग के खिलाफ जीत दर्ज करने के बाद टीम ‘सुपर फोर’ में पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ दबाव के क्षणों में बिखर गयी।
विराट का शतक रहा राहत की बात
विराट कोहली हालांकि अपने शतकों के सूखे को खत्म करने में सफल रहे जिससे क्रिकेट प्रशंसकों ने राहत की सांस ली। उनका शतक हालांकि अफगानिस्तान के खिलाफ ऐसे मैच में आया जो महत्वहीन था। यही नहीं, अफगानिस्तान की टीम को पिछले दिन बेहद करीबी मैच खेलने के 20 घंटे के अंदर दूसरी बार मैदान पर उतरना पड़ा वह भी दूसरे शहर में।
सवालों में है राहुल के पॉवरप्ले में प्रदर्शन
भारत के लिए शीर्ष तीन बल्लेबाजी क्रम में लोकेश राहुल के पावर प्ले में विकेट बचाने की योजना टीम की मुश्किलें बढ़ा रही हैं। कोहली ने बीसीसीआई डॉट टीवी के लिए रोहित से बातचीत के दौरान कहा, 'हमें उसे अच्छी स्थिति में रखना होगा क्योंकि हम जानते हैं कि वह क्या करने में सक्षम है।' कोहली की नाबाद शतकीय पारी के बाद इस तरह की मांग भी उठ रही कि वह रोहित के साथ पारी का आगाज करें और तीसरे क्रम पर सूर्यकुमार यादव बल्लेबाजी के लिये आयें। ऐसे में राहुल को एकादश से बाहर बैठना पड़ सकता है।
इसमें कोई शक नहीं की राहुल के पास प्रतिभा की कोई कमी नहीं है लेकिन वह एशिया कप में अपनी प्रतिष्ठा के अनुसार बल्लेबाजी करने में विफल रहे। मध्यक्रम में भी टीम की मुश्किलें कम नहीं हुई। दिनेश कार्तिक को शुरुआती मैचों में खेलने का मौका मिला लेकिन उन्हें 10 से भी कम गेंदों का सामना करने को मिला।
पंत टेस्ट की सफलता को टी20 में दोहराने में रहे हैं विफल
टेस्ट मैचों में अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से टीम को कई यादगार जीत दिलाने वाले पंत इस प्रारूप में अब तक अपनी ख्याति के अनुरूप प्रभावित नहीं किया है। हरफनमौला हार्दिक पंड्या भी शुरुआती मैच में पाकिस्तान के खिलाफ किये गये मैच जिताऊ प्रदर्शन को दोहराने में नाकाम रहे। मध्यक्रम में दीपक हुड्डा के रूप में टीम के पास अच्छा विकल्प है।
जडेजी की चोट ने बढ़ाई परेशानियां
गेंदबाजी विभाग में रवींद्र जडेजा की गैरमौजूदगी से भारतीय टीम को झटका लगेगा। उनके विकल्प अक्षर पटेल गेंदबाजी में अच्छा करते रहे हैं लेकिन बल्ले से वह टीम को जडेजा की तरह लचीलापन मुहैया नहीं करते। जडेजा आखिरी ओवरों में बड़े शॉट खेलने के साथ टीम की जरूरत के मुताबिक मध्यक्रम में बल्लेबाजी भी कर सकते हैं जैसा उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ किया था।
भुवी ने पाकिस्तान-श्रीलंका के खिलाफ किया निराश
भुवनेश्वर कुमार ने पाकिस्तान के खिलाफ 19वें ओवर में 19 रन देने के बाद श्रीलंका के खिलाफ भी उसी गलती को दोहराया। अफगानिस्तान के खिलाफ उन्होंने पांच विकेट जरूर लिये लेकिन टीम को उनसे दबाव में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। अर्शदीप सिंह ने इस दौरान प्रभावित किया लेकिन जसप्रीत बुमराह और हर्षल पटेल के फिट होने के बाद उनके लिए एकादश में जगह बनाना मुश्किल होगा। ऐसे में आवेश खान को अंतिम 15 में जगह मिलने की संभावना कम है।