- इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट सीरीज गंवाने के बाद से चल रहा है अजहर को कप्तानी से हटाने की अफवाहों का दौर
- अब जाकर अजहर अली ने तोड़ी है अपनी चुप्पी
- सरफराज अहमद को कप्तानी से हटाए जाने के बाद संभाली थी टेस्ट टीम की कमान
रावलपिंडी: पाकिस्तान और जिंबाब्वे के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का आगाज शुक्रवार को हो गया। साल 2015 के बाद जिंबाब्वे की टीम पहली बार पाकिस्तान दौरे पर पहुंची है। ऐसे में टीम की कमान 3 वनडे और 3 टी-20 मैचों की सीरीज में बाबर आजम संभालेंगे। ऐसे में पाकिस्तानी टेस्ट टीम के कप्तान अजहर अली ने इंग्लैंड दौरे पर टीम के खराब प्रदर्शन के बाद कप्तानी से हटाए जा सकने की संभावना पर चुप्पी तोड़ी है।
वनडे सीरीज के आगाज से पहले अजहर अली ने कहा, पीसीबी ने मुझसे इस मसले पर अबतक कोई बात नहीं की है। मुझे भी सोशल मीडिया के जरिए इस तरह की अफवाहों के बारे में जानकारी मिली है। फिलहाल मैं इस स्थिति में नहीं हूं कि आपके इस सवाल का जवाब दे सकूं।'
मुझसे किसी ने नहीं की है इस बारे में चर्चा
उन्होंने आगे कहा, मैं इस बारे में क्या कहूं जब मुझसे किसी ने इस संबंध में किसी भी तरह की चर्चा नहीं की है। मैं इसे सिर्फ अफवाह की तरह ले रहा हूं इस तरह की खबरों के बारे में सोचने का कोई फायदा नहीं है क्योंकि मैं प्रथम श्रेणी और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर ध्यान दे रहा हूं। जब मुझसे कोई आधिकारिक तौर पर इस बारे में चर्चा करेगा तभी मैं कुछ कह पाने की स्थिति में होउंगा।
अजहर अली ने साल 2010 में लॉर्ड्स में टेस्ट डेब्यू किया था तब सो वो पाकिस्तानी टेस्ट टीम के सदस्य बने हुए हैं। अब तक खेले 81 टेस्ट मैच में 35 वर्षीय अजहर ने 42.86 की औसत से 6,129 रन बनाए हैं जिसमें 17 शतक और 51 अर्धशतक शामिल हैं। हालांकि पिछले कुछ सालों में उनके फॉर्म में गिरावट आई है।
सरफराज को हटाए जाने के बाद संभाली थी कमान
अजहर अली को साल 2019 में सरफराज अहमद को पद से हटाए जाने के बाद टेस्ट टीम का कप्तान नियुक्त किया गया था जबकि सीमित ओवरों की टीम की जिम्मेदारी बाबर आजम को दी गई थी। विश्व कप 2019 के बाद से वो टेस्ट टीम के कप्तान बने हुए हैं। कोरोना संकट के बीच हुई इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट सीरीज में 1-0 के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। सीरीज का पहले टेस्ट में टीम ने जीती बाजी गंवा दी थी बारिश से प्रभावित सीरीज में यही मैच पाकिस्तानी टीम के लिए भारी पड़ गया। ऐसे में मिस्बाह उल हक के मुख्य चयनकर्ता का पद छोड़ने के बाद अजहर अली के ऊपर भी तलवार लटक रही है।