- पाकिस्तान सुपर लीग में बाबर आजम का बल्ला फिर गरजा
- शानदार पारी के बावजूद टीम को फिर मिली हार
- पिछली 5 पारियों में ऐसा ही रहा है उनका हाल
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान और उनके सबसे बड़े बल्लेबाज बाबर आजम इस समय अजीब स्थिति से जूझ रहे हैं। उनका बल्ला आए दिन गरज रहा है लेकिन इसका कोई खास फायदा होता नहीं दिख रहा है। उनके हर शॉट और हर पारी पर सोशल मीडिया पर तारीफों की बारिश करने वाले पाकिस्तानी फैंस अपने इस चेहते स्टार की तारीफ तो करना चाह रहे हैं लेकिन वो भी ऐसा खुलकर कर नहीं पा रहे हैं। आखिर कैसे अचानक बाबर आजम की किस्मत पर ताला लग गया, आइए जानते हैं।
सबसे पहले बात करते हैं सोमवार को अबु धाबी में खेले गए पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल 2021) के मुकाबले की। यहां कराची किंग्स और इस्लामाबाद युनाइटेड के बीच खेले गए मैच में बाबर आजम ने एक और धुआंधार पारी खेली। लगातार दूसरे मैच में अर्धशतक जड़ते हुए बाबर आजम ने 54 गेंदों में 81 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली। उनके दम पर कराची ने 190 रनों का स्कोर भी खड़ा किया लेकिन फिर भी इस्लामाबाद युनाइटेड ने उनकी टीम को 8 विकेट से रौंद दिया।
एक के बाद एक..लगातार निराशा
व्यक्तिगत रूप से देखें या फिर टीम की सफलता के रूप में, बाबर आजम को हर अगले मुकाबले में किसी ना किसी तरह निराशा का सामना करना पड़ रहा है। जो बल्लेबाज पिछले कुछ महीनों में हर अगले मैच में रिकॉर्ड्स बना रहा था और उसकी तुलना विराट जैसे महान बल्लेबाज से होने लगी थी, अचानक उसकी किस्मत उसका साथ देती नहीं दिख रही है। ये सिलसिला पिछले तकरीबन 7 पारियों से जारी है, जिसमें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की पारियां भी शामिल हैं। कहीं बाबर आजम का बल्ला फ्लॉप होता है, कही अच्छी पारी के बावजूद टीम हार जा रही है तो कहीं टीम को जीत मिलती है तो किसी और खिलाड़ी के प्रदर्शन के आगे उनका प्रदर्शन फीका साबित होने लगता है। ये हैं पिछली 7 पारियां..
- पाकिस्तान बनाम जिंबाब्वे - टी20 मैच - 21 अप्रैल - 2 रन पर आउट
- पाकिस्तान बनाम जिंबाब्वे - टी20 मैच - 23 अप्रैल - 41 रनों की पारी (लेकिन टीम को हार मिली)
- पाकिस्तान बनाम जिंबाब्वे - टी20 मैच - 25 अप्रैल - 52 रनों की पारी (टीम जीती लेकिन 'मैन ऑफ द मैच' हसन अली बने)
- पाकिस्तान बनाम जिंबाब्वे - टेस्ट मैच - 29 अप्रैल - 0 रन
- पाकिस्तान बनाम जिंबाब्वे - टेस्ट मैच - 7 मई - 2 रन
- कराची किंग्स बनाम मुल्तान सुल्तांस - पीएसएल टी20 - 10 जून - नाबाद 85 रनों की पारी (लेकिन टीम को हार मिली)
- कराची किंग्स बनाम इस्लामाबाद युनाइटेड - पीएसएल टी20 - 14 जून - 81 रनों की पारी (लेकिन टीम को हार मिली)
इसमें कोई शक नहीं है कि एक अच्छे बल्लेबाज के लिए इतना छोटा खराब अंतराल कोई मायने नहीं रखता, लेकिन जिस रफ्तार से वो आगे बढ़ रहे थे, उसमें ये असफलताएं कहीं ना कहीं स्पीड ब्रेकर जैसी नजर आ रही हैं। पाकिस्तानी फैन यही उम्मीद कर रहे होंगे कि बाबर आजम एक बार फिर धमाकेदार मैच जिताऊ पारी खेलीं ताकि उनको एक बार फिर अपने बल्लेबाज की तारीफों के पुल बांधने का अवसर मिल सके।