- गांगुली ने कहा बांग्लादेश की पीएम ने कोलकाता टेस्ट देखने के लिए दे दी है सहमति
- विवाद उनका आंतरिक मामला, लेकिन टीम भी दे देगी दौरे के लिए सहमति
- तय कार्यक्रम के अनुरूप खेले जाएंगे भारत-बांग्लादेश के बीच मैच
मुंबई: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के नए अध्यक्ष सौरव गांगुली ने पद संभालते ही काम शुरु कर दिया है। मंगलवार को बीसीसीआई के बतौर 39वें अध्यक्ष काम संभालते ही गांगुली एक्शन में आ गए। उन्होंने बीसीसीआई मुख्यालय में प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि जिस तरह मैंने टीम की कप्तानी की उसी अंदाज में बीसीसीआई के अध्यक्ष के रूप में काम करूंगा।
गांगुली के अध्यक्ष बनने के बाद टीम इंडिया बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज खेलनी है। लेकिन बांग्लादेश क्रिकेट में मचे बवाल की वजह से 3 मैचों की टी-20 सीरीज और दो मैचों की टेस्ट सीरीज पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। ऐसे में गांगुली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आशा व्यक्त की कि बांग्लादेश का भारत दौरा योजना के अनुरूप ही होगा क्योंकि प्रधानमंत्री शेख हसीना ने उन्हें सहमति दी है। गांगुली ने कहा, 'यह उनका अंदरूनी मसला है। लेकिन बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने कहा कि वह कोलकाता में टेस्ट के लिये आयेंगी। अगर उन्होंने अपनी सहमति दे दी है तो मुझे नहीं लगता कि राष्ट्रीय टीम ऐसा नहीं करेगी।'
तीन नवंबर से शुरू होने दौरे में बांग्लादेश को तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय और विश्व चैम्पियनशिप के अंतर्गत दो टेस्ट मैच खेलने हैं। टी-20 मैच दिल्ली, राजकोट और नागपुर में खेले जाएंगे। जबकि दो टेस्ट मैच इंदौर और कोलकाता में खेले जाएंगे। बंगाल क्रिकेट बोर्ड ने बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना को कोलकाता टेस्ट मैच देखने के लिए न्यौता भेजा था जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है। वहीं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी इस मैच में शिरकर करने की संभावना है क्योंकि कैब ने उन्हें भी न्यौता भेजा है।
बांग्लादेश की राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ियों ने सोमवार को किसी भी तरह की क्रिकेट गतिविधि में तब तक हिस्सा लेने से इनकार कर दिया था, जब तक उनकी 11 सूत्रीय मांगें पूरी नहीं हो जाती जिसमें वेतन में इजाफा और बांग्लादेश प्रीमियर लीग के फ्रेंचाइजी मॉडल में बदलाव को रद्द करने की मांग शामिल हैं।
हालांकि बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने भी अपनी ओर से इस विवाद के निपटारे के लिए पहल शुरू कर दी है। उन्होंने वनडे टीम के कप्तान और उनकी पार्टी के सांसद मशरफे मुर्तजा को बोर्ड और खिलाड़ियों के बीच मध्यस्थता करने को कहा है।