क्रिकेट पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले खेलों में से एक है। फुटबॉल, रग्बी, टेनिस, बैडमिंटन की लोकप्रियत के बीच क्रिकेट ने खेल जगत में अपने कद और प्रतिष्ठा में ऊंचाई हासिल की है। क्रिकेट का संचालन अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) करता है जबकि क्रिकेट खेलने वाले हर देश की टीम का प्रबंधन उनके संबंधित बोर्ड द्वारा किया जाता है। क्रिकेट के घरेलू ढांचे की देखभाल, स्पॉन्सरशिप लाना, खिलाड़ियों का भुगतान और अन्य संसाधनों को संभावना, अधिक फैंस को जोड़ना, बड़े टिकट टूर्नामेंट की मेजबानी करना, जूनियर-सीनियर या पुरुष/ महिला क्रिकेट का सुचारू रूप कामकाज देखना। साथ ही खिलाड़ियों को भ्रष्टाचार से दूर रखना, जैसे कई काम जो हर क्रिकेट बोर्ड की जिम्मेदारी होते हैं।
भारतीय बोर्ड की कमाई 3,730 करोड़
हालांकि, हर बोर्ड के लिए इनमें से एक सबसे जरूरी और अहम काम अधिक राजस्व उत्पन्न करना है। लेकिन जब से कोरोना महामारी शुरू हुई है तब से अन्य खेलों की तरह क्रिकेट जगत पर भी इसका असर पड़ा है। कई बोर्ड की कमाई घटी हैं और कुछ की हालत खस्ता है। मगर उसके बावजूद कई बोर्ड पर ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है। भारीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) अब भी दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है। बीसीसीआई की साल 2021 में कुल कमाई 3,730 करोड़ हुई है। वहीं, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) और इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) काफी पीछे हैं। सीए का रेवेन्यू 2,843 करोड़ है तो ईसीबी का 2,135 है।
भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड को छोड़ दें तो बाकी क्रिकेट बोर्ड की कमाई का आंकड़ा एक हजार करोड़ से नीचे हैं। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को जहां साल 2021 में 811 करोड़ का रेवेन्यू मिला तो बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने 802 करोड़ कमाए। वहीं, क्रिकेट साउथ अफ्रीका ने 485 करोड़, न्यूजीलैंड क्रिकेट ने 210 करोड़, वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने 116 करोड़ की कमाई की। इनके अलावा जिंबाब्वे क्रिकेट बोर्ड को 113 करोड़ तो श्रीलंका बोर्ड को 100 करोड़ का रेवेन्यू मिला।