- पूर्वोत्तर क्षेत्रों में क्रिकेट प्रतिभाओं की खोज
- बीसीसीआई नॉर्थईस्ट के खिलाड़ियों के लिए करेगी काम
- बोर्ड सचिन जय शाह ने किया खुलासा
राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) एशेज विजेता गेंदबाजी कोच ट्रॉय कूली के साथ कुछ अन्य जाने माने कोचों की देख रेख में पूर्वोत्तर के राज्यों और प्लेट समूह (घरेलू राष्ट्रीय टूर्नामेंटों की निचली टीमें) के खिलाड़ियों की मदद के लिए बेंगलुरु में एक शिविर का आयोजन कर रही है। इस शिविर में पूर्वोत्तर क्षेत्र के करीब 150 क्रिकेटर हिस्सा ले रहे हैं। उन्हें एनसीए प्रमुख और भारत के पूर्व दिग्गज वीवीएस लक्ष्मण से भी बातचीत करने का मौका मिलेगा।
बीसीसीआई यह सुनिश्चित करना चाहता है कि मिजोरम, मणिपुर, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम के खिलाड़ियों को सर्वश्रेष्ठ घरेलू टीमों के जैसी बेहतर कोचिंग और ढांचागत सुविधाएं मिल सकें। बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने ट्वीट किया, ‘‘बीसीसीआई की यह पहल युवा और नवोदित प्रतिभाओं को अपने कौशल को सुधारने और सभी प्रारूपों में भारत का प्रतिनिधित्व करने का समान अवसर प्रदान करेगी। पूर्वोत्तर में खेलों में अपार संभावनाएं हैं और बोर्ड देश के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं की पहचान सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा।’’
शिविर में तेज गेंदबाजों को दुनिया के जाने माने तेज गेंदबाजी कोच कूली द्वारा प्रशिक्षित किया जा रहा है, जबकि बल्लेबाज अंडर-19 विश्व कप विजेता कोच हृषिकेश कानिटकर के मार्गदर्शन में काम कर रहे हैं। भारत के पूर्व लेग स्पिनर साईराज बहुतुले शिविर में स्पिनरों को प्रशिक्षण दे रहे है। बीसीसीआई ने हालांकि शिविर की अवधि के बारे में कोई जानकारी साझा नहीं की है, लेकिन यह समझा जाता है कि एनसीए ने अंडर -19 क्षेत्रीय क्रिकेट अकादमी शिविर सहित कई कोचिंग कार्यक्रम तैयार किए हैं जो सूरत, विजयवाड़ा सहित विभिन्न शहरों में आयोजित किए जाएंगे।
कूचबिहार ट्रॉफी (अंडर-19) क्वार्टर फाइनल तक के प्रदर्शन के आधार पर शिविर के लिए 150 खिलाड़ियों (पूर्वोत्तर और नए क्षेत्रों सहित छह क्षेत्रों में से प्रत्येक से 25) का चयन किया गया है। इसमें छह क्षेत्रों में से प्रत्येक के नौ तेज गेंदबाज शामिल हैं और इसका लक्ष्य तेज गेंदबाजों के पूल को बढ़ाना होगा।
शुरुआती शिविर के बाद इसमें और छटनी की जाएगी। इसी समूह से भारत के अंडर-19 टीम का चयन होगा।