- पहली बार इंग्लैंड की कमान संभालेंगे बेन स्टोक्स
- 117 दिन के अंतराल के बाद हो रही है अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की कोरोना के बाद वापसी
- इंग्लैड क्रिकेट इतिहास के 81वें टेस्ट कप्तान होंगे बेन स्टोक्स
लंदन: कोरोना के कहर के बीच बुधवार को क्रिकेट के मैदान पर फिर से रौनक लौटने जा रही है। इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का आगाज साउथैम्टन में खेले जाने वाले वाले सीरीज के पहले टेस्ट मैच के साथ होने जा रहा है। कोराना महामारी के की वजह से ये मैच कई मायनों में विशिष्ट है लेकिन इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स के लिए हमेशा के लिए यादगार होने जा रहा है। पहली बार वो इंग्लैंड की टीम की कमान संभालने जा रहे हैं। नियमित टेस्ट कप्तान जो रूट की गैरमौजूदगी में उनके कंधों पर ये अहम जिम्मेदारी डाली गई है।
बेन स्टोक्स ने पहली बार इंग्लैंड की टीम की कमान संभालने से पहले कहा है कि उनका ध्यान काम पर है न कि कप्तान बनने के बारे में हो रही बयानबाजी पर। उन्होंने यह भी कहा है कि यह उनके लिए कप्तान होना गर्व की बात है लेकिन इससे उनके खेल के प्रति रुख में बदलाव नहीं आएगा।
मेरे लिए है स्पेशल दिन
स्टोक्स ने पहली बार टीम की कप्तानी संभालने के अनुभव को स्पेशल करार देते हुए कहा, ये मेरे लिए विशेष दिन होगा। यह बेहद गर्व का विषय है लेकिन मेरा ध्यान अपने काम की ओर है न कि इर्दगिर्द होने वाली चर्चा पर। ये मेरी कप्तानी में खेला जाने वाला एकमात्र टेस्ट है और मैं इसमें अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहता हूं जो मैं कर सकता हूं। जिसका मतलब खुद के साथ पूरी सच्चाई के साथ खड़े होना और जो हूं वही बना रहूं।
टीम से चाहता हूं पूरा समर्पण
बतौर कप्तान टीम से अपेक्षा के बारे में चर्चा करते हुए स्टोक्स ने कहा, एक चीज की अपेक्षा में टीम से इस सप्ताह कर रहा हूं वो लगातार पांच दिन सौ प्रतिशत प्रतिबद्धता है। इसके लिए सभी को एक टीम के रूप में वेस्टइंडीज की मजबूत टीम के खिलाफ जीत दर्ज करने के लिए कड़ा प्रयास करना होगा। इस दौरान में जो देखना चाहता हूं वो सभी खिलाड़ियों का पूरा समर्पण है। हमें ये भी नहीं भूलना है कि मैच के दौरान मैदान पर दर्शक मौजूद नहीं होंगे और इसे खेल की ऊर्जा और स्तर में गिरावट के लिए बहाना भी बनाया जा सकता है।'
साउथैम्टन में खेले जाने वाले पहले टेस्ट मैच के बाद सीरीज के बाकी के दो टेस्ट ओल्ड ट्रैफर्ड में खेले जाएंगे। जेसन होल्डर की कप्तानी वाली टीम ने इंग्लैंड को पिछले साल कैरेबियाई दौरे पर कड़ी टक्कर दी थी और विजडन ट्रॉफी पर 2-1 से कब्जा कर लिया था। ऐसे में स्टोक्स ने कहा, पिछली सीरीज में शानदार प्रदर्शन करने के बाद उनके पास फिलहाल विजडन टॉफी को रखने का पूरा अधिकार है लेकिन हम उसे वापस लेना चाहते हैं।'