- अहमदाबाद में जारी है भारत-इंग्लैंड चौथा टेस्ट मैच
- दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद हताश और निराश नजर आए बेन स्टोक्स
- स्टोक्स ने जाहिर किया इन हालातों में खेलने का अनुभव
नई दिल्लीः अहमदाबाद में जारी भारत-इंग्लैंड चौथे टेस्ट मैच के पहले दिन भी इंग्लैंड की टीम उसी स्थिति में नजर आई, जैसा तीसरा टेस्ट मैच में देखा गया था। उनकी पूरी टीम अपनी पहली पारी में 205 रन पर सिमट गई। ये स्कोर भी इसलिए खड़ा हो सका क्योंकि उनके स्टार ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने 55 रन बनाने के लिए 121 गेंदों का कड़ा संघर्ष किया। दिन का खेल खत्म होने के बाद बेन स्टोक्स ने अपनी और अपनी टीम की बेबसी को खुलकर बयां कर दिया।
बेन स्टोक्स अच्छी शुरूआत करने के बाद विकेट गंवाने की ‘निराशा’ को छुपा नहीं सके क्योंकि उनके 70 टेस्ट मैचों में अब तक की ‘सबसे मुश्किल परिस्थितियों’ में बल्लेबाजी के दौरान करीब ढाई घंटे तक अच्छा रक्षात्मक खेल दिखाया। उन्होंने अर्धशतक बनाया लेकिन वो इसे और बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर सके क्योंकि वाशिंगटन सुंदर की स्किड करती गेंद ने उन्हें LBW आउट करके पवेलियन का रास्ता दिखा दिया।
मैं बहुत ज्यादा निराश हूं
ऑलराउंडर स्टोक्स ने दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा, ‘‘मैं बहुत ज्यादा निराश हूं कि मैंने अच्छी शुरूआत के बाद विकेट गंवा दिया। अर्धशतक वास्तव में ऐसा स्कोर नहीं है जो आपको टेस्ट मैच में जीत दिलाये।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं बहुत निराश था कि उस विकेट पर सहज महसूस करने के बाद मैं इस तरह से आउट हो गया, विशेषकर तब जब मैंने खुद को स्किड करती गेंद से बचाने में ढाई घंटे बिताये और इसी स्किड होती गेंद पर आउट हो गया। इसलिये मैं खुद से काफी निराश था।’’
स्टोक्स को इस बात से और ज्यादा निराशा थी कि खतरनाक गेंद कौन सी है, इसे जान गये थे और फिर भी इसी पर आउट हो गये। उन्होंने कहा, ‘‘बहुत निराश हूं। ढाई घंटे बिताने के बाद, अच्छा खेलने के बाद, और स्ट्रेट गेंद पर आउट होने से बचने की कोशिश में, इसी गेंद पर आउट होना हताशाजनक है।’’
टीम के बल्लेबाजी प्रदर्शन से भी परेशान
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हम बल्लेबाजी से निराश हैं। मुझे लगता है कि हम रन जुटाने में काफी सक्षम है इसलिये यह निराशाजनक है। लेकिन दिन के अंत में एक विकेट हासिल करना अच्छा रहा।’’
करियर में अब तक के सबसे मुश्किल हालात
स्टोक्स को यह स्वीकार करने में कोई हिचक नहीं थी कि ये बल्लेबाजी के लिये ‘मुश्किल हालात’ हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हां, मैं अब तक 70 के करीब मैच खेल चुका हूं और मैंने टीम में अन्य खिलाड़ियों को भी बताया कि बतौर बल्लेबाज मैंने अब तक इतने मुश्किल हालात का सामना नहीं किया जबकि मैं पूरी दुनिया में खेल चुका हूं।’’