- भारतीय क्रिकेट में खत्म हुआ कैप्टन विराट का युग
- विराट ने छोड़ी टेस्ट टीम की भी कप्तानी
- विराट ने सात साल में 68 टेस्ट में संभाली टीम की कमान दिलाई 40 मैच में जीत
केपटाउन: विराट कोहली ने बड़ा फैसला करते हुए भारत की टेस्ट टीम की कप्तानी भी छोड़ने का ऐलान किया है। शुक्रवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन टेस्ट में 7 विकेट से हार के साथ भारतीय टीम ने 1-2 अंतर से सीरीज गंवा दी थी। ऐसे में इसके एक दिन बाद उन्होंने टेस्ट टीम की कप्तानी से भी इस्तीफा दे दिया।
विराट कोहली ने यूएई में आयोजित टी20 वर्ल्ड कप के बाद टी20 टीम की कप्तानी छोड़ने का ऐलान कर दिया था। लेकिन इसके बाद बेहद नाटकीय रूप से विराट को वनडे टीम की कप्तानी से हटा दिया गया और रोहित शर्मा को नया कप्तान नियुक्त कर दिया गया। ऐसे में अब उन्होंने टेस्ट कप्तानी से भी इस्तीफा दे दिया है।
साल 2014 में बने थे टेस्ट टीम के कप्तान
साल 2014 में एमएस धोनी के अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के ऐलान के बाद विराट कोहली को टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया था। अपनी कप्तानी में विराट कोहली ने भारतीय टीम को टेस्ट क्रिकेट का सिरमौर बनाया। लगातार चार साल से भारतीय टीम दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम बनी हुई है। उनकी कप्तानी में टीम इंडिया पिछले साल पहली आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंची थी जहां उसे कीवी टीम के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था।
भारतीय टेस्ट इतिहास के सबसे सफल कप्तान के रुप में ली विदाई
विराट कोहली भारत के सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ कप्तान के रूप में विदा ले रहे है। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने देश और विदेश दोनों जगह सफलता के झंडे गाड़े। उनकी कप्तानी में भारत ने घर पर कोई टेस्ट सीरीज नहीं गंवाई। विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम ने 68 टेस्ट मैच खेले जिसमें से 40 में जीत मिली। विराट की कप्तानी में भारतीय टीम को 17 मैच में हार का सामना करना पड़ा जबकि 11 टेस्ट बराबरी पर समाप्त हुए।