- आज है पूर्व इंग्लिश क्रिकेटर बिल ब्रॉकवेल का जन्मदिन
- क्रिकेट इतिहास का चौंकाने वाला किस्सा
- अंतिम 15 साल गरीबी में गुजारे, सिर पर छत भी नहीं रही
आज के जमाने में क्रिकेट में खिलाड़ी जमकर पैसा कमा सकता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अगर खिलाड़ी सफल रहा तो जमकर धन वर्षा होती है, अगर देश से खेलने का मौका नहीं मिलता है तो भी आईपीएल जैसी तमाम क्रिकेट लीग मौजूद हैं जहां खिलाड़ी किस्मत आजमा लेते हैं। लेकिन एक दौर ऐसा भी था जब स्थिति ऐसी नहीं थी। जिस खिलाड़ी के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं, आज उनका जन्मदिन है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट तो खेला था लेकिन जीवन का अंत बेहद खराब रहा।
हम यहां बात कर रहे हैं इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर बिल ब्रॉकवेल की। इंग्लैंड के सर्री में 21 जनवरी 1865 को जन्मे बिल ब्रॉकवेल ने तेज गेंदबाज के रूप में करियर शुरू किया था लेकिन वो एक अच्छे बल्लेबाज भी थे। साल 1897 के बाद ब्रॉकवेल ने क्रिकेट जगत में अपने खेल से खूब जलवा बिखेरा था। इंग्लैंड के घरेलू क्रिकेट में 1894 का सीजन उनके नाम रहा था जहां इस खिलाड़ी ने सबसे ज्यादा रन बनाए।
बिल ब्रॉकवेल ने 1894 के सीजन में सर्वाधिक 1491 रन बनाए जिसमें पांच शतक भी शामिल थे। इसके अलावा उन्होंने विकेटों की झड़ी भी लगा दी। उस साल उनको 'विजडन क्रिकेटर ऑफ द इयर' भी चुना गया। ब्रॉकवेल ने इंग्लैंड के लिए 7 टेस्ट मैच खेले। ये सभी मैच उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जिस दौरान 202 रन बनाए और 5 विकेट लिए। जबकि प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उन्होंने 13285 रन बनाए और 553 विकेट भी लिए।
जीवन का दर्दनाक अंत
आप सोच रहे होंगे कि इतना शानदार क्रिकेट करियर रहा है तो इस खिलाड़ी ने ठीक-ठाक कमाई भी की होगी। कम से कम इतनी कमाई तो की होगी कि जीवन आसानी से गुजार लें..लेकिन ऐसा हुआ नहीं। बिल ब्रॉकवेल ने अपनी जिंदगी के अंतिम 15 साल गरीबी में गुजारे। आलम ये था कि उनके पास घर भी नहीं था। सड़कों पर दिन गुजारते हुए 70 वर्ष की आयु में 1 जुलाई 1935 को उनका निधन हो गया।