- आज है रोहन गावस्कर का जन्मदिन
- पिता सुनील गावस्कर भारतीय क्रिकेट इतिहास के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक रहे
- रोहन का करियर अपने पिता जैसा नहीं रहा
नई दिल्लीः इस बार की आईपीएल नीलामी में जब महान पूर्व भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर को मुंबई इंडियंस ने नीलामी में खरीदा तो काफी जगह पर 'नेपोटिज्म' (भाई-भतीजावाद) की चर्चा की जाने लगी। स्टार किड्स के साथ हमेशा से ही ये शब्द जुड़ा रहा है लेकिन अर्जुन ने काफी मेहनत करके यहां तक का सफर तय किया है। क्रिकेट की दुनिया में कई स्टार किड्स ऐसे रहे हैं जो अपने पिता जैसा नाम नहीं कमा सके। ऐसा ही एक नाम था रोहन गावस्कर का, जिनका आज जन्मदिन है।
आज ही के दिन (20 फरवरी) 1976 में उत्तर प्रदेश के कानपुर में सुनील गावस्कर और मार्शनील गावस्कर के घर रोहन का जन्म हुआ था। पिता सुनील गावस्कर देश के सबसे बड़े क्रिकेटर थे और बचपन से ही रोहन भी उसी माहौल में बड़े हुए। पिता को देखते हुए उन्होंने भी क्रिकेट खेलना शुरू किया और भारत के लिए खेलने का सपना देखा।
बंगाल के लिए खेलते हुए शुरू किया सफर
रोहन गावस्कर ने बंगाल के लिए घरेलू क्रिकेट खेलते हुए अपने करियर की शुरुआत की। वो मुंबई से खेलना चाहते थे लेकिन उन दिनों मुंबई में पहले से एक से एक खिलाड़ी मौजूद थे, इसलिए वो फिट नहीं बैठ रहे थे तो उन्होंने बंगाल से खेलते हुए सफर आगे बढ़ाने का फैसला लिया।
2004 में किया अंतरराष्ट्रीय डेब्यू
रोहन ने 1996 में प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलना शुरू किया और वो लंबे समय तक देश की जर्सी पहनने का इंतजार कर रहे थे। आखिरकार 2004 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उनको भारतीय वनडे टीम में जगह मिल गई। अपने पहले मैच में उन्होंने नाबाद 2 रन बनाए थे। लेकिन सीरीज में उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा इसलिए आगामी पाकिस्तान दौरे के लिए घोषित टीम में उनको जगह नहीं मिली।
ऐसे रहे आंकड़े
रोहन गावस्कर भारतीय टीम में अंदर-बाहर होते रहे और सिर्फ 11 वनडे मैच खेल सके जिसमें उन्होंने 151 रन ही बनाए। इन 11 मैचों में उन्होंने सिर्फ एक अर्धशतक लगाया। उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी 54 रनों की रही। वहीं प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उन्होंने 117 मैचों में 6938 रन बनाए जिसमें 18 शतक भी शामिल रहे।
आईपीएल में ऐसे मिला मौका
महान सुनील गावस्कर के बेटे रोहन गावस्कर 2007 में आईसीएल (इंडियन क्रिकेट लीग) से जुड़े थे जो कि बीसीसीआई की प्रतिद्वंद्वी थी। जब आईपीएल की शुरुआत हुई तो बीसीसीआई ने 79 आईसीएल खिलाड़ियों को आईपीएल में खेलने की ग्रांट दी। उन्हें कोलकाता नाइट राइडर्स ने खरीदा। आईपीएल 2009 में रोहन गावस्कर ने दो मैचों में कोलकाता नाइटराइडर्स का प्रतिनिधित्व किया।
रोहन ने करियर में कुछ खास उछाल नहीं देखा और 9 फरवरी 2012 को क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला ले लिया। उसके अगले साल से ही उन्होंने कमेंट्री शुरू कर दी और फिर इसी क्षेत्र में करियर आगे बढ़ाया।