- भारतीय महिला क्रिकेट टीम को जल्द ही इंग्लैंड दौरे पर जाना है
- दौरे से पहले कप्तान मिताली राज ने कोच को लेकर बात रखी है
- मिताली राज ने कहा है कि वह कड़वे अतीत को भुला चुकी हैं
भारतीय महिला क्रिकेट टीम दो जून को इंग्लैंड दौरे के लिए रवाना होगी, जहां उसे एक टेस्ट, दो टी20 और तीन वनडे मैच खेलने हैं। 16 जून से दौरा शुरू होगा। इंग्लैंड जाने से पहले भारत की टेस्ट और वनडे कप्तान मिताली राज ने हाल ही में दोबारा मुख्य कोच नियुक्त किए रमेश पोवार को लेकर बयान दिया है। मिताली कोच पोवार के साथ कड़वाहट भुलाने को तैयार हैं। उनका कहना है कि जब आप भारत के लिए खेलते हो तो व्यक्तिगत पसंद-नापसंद मायने नहीं रखती है। बता दें कि साल 2018 में मिताली राज के साथ विवाद के बाद पोवार को केच के पद से हटा दिया गया था।
'हम हमेशा अतीत में नहीं रह सकते'
मिताली राज ने कहा कि वह महिला टीम को आगे ले जाने के लिए कड़वे अतीत को पीछे छोड़ चुकी हैं। उनसे जब पूछा गया कि क्या अतीत की घटना उनके वर्तमान और भविष्य में आड़े आएगी तो इसपर मिताली ने पीटीआई से कहा, 'हम हमेशा अतीत में नहीं रह सकते।' उन्होंने कहा, 'मैं इतने वर्षों तक खेल चुकी हूं, मेरे अंदर कोई अहंकार नहीं है और मैं अपनी व्यक्तिगत पसंद-नापसंद को ज्यादा तवज्जो नहीं देती। मैंने ऐसा कभी नहीं किया है।'
मिताली ने कहा, 'और 21 साल इतनी सारी चुनौतियों से गुजरने के लिये काफी लंबा समय होता है। जब भारत के लिये खेलने की बात आती है तो आप अपने देश की सेवा करते हो इसलिये व्यक्तिगत मुद्दों को मैं ज्यादा तवज्जो नहीं देती।' उन्होंने कहा, 'हम कड़वे नहीं हो सकते और कड़वाहट को आगे नहीं ले जा सकते। मैं कभी भी आक्रामक नहीं रही हूं और न ही मैं अतीत को वर्तमान तक ले जाती हूं। वर्ना मैं इस खेल में इतने लंबे समय तक नहीं बनी रहती जिसमें हमेशा खुद को खोजने और सुधार करने की जरूरत होती है।'
क्या था मिताली-पोवार का विवाद?
गौरतलब है कि मिताली को 2018 विश्व टी20 के सेमीफाइनल से विवादास्पद तरीके से बाहर रखा गया था। इसके बाद दोनों के बीच कड़वाहट बहुत बढ़ गई थी। मिताली ने बीसीसीआई को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि पोवार ने उनके करियर को खत्म करने और उन्हें अपमानित करने के लिए ऐसा किया। वहीं, पोवार ने भी मिताली पर गैर पेशेवर आचरण का आरोप लगाया। हालांकि, सेमीफाइनल में भारतीय महिला टीम को मिली हार के बाद पोवार को बर्खास्त कर दिया गया था।