- चंद्रकांत पंडित की देखरेख में 23 साल बाद रणजी फाइनल में पहुंची मध्य प्रदेश की टीम
- 23 साल पहले चंद्रकात पंडित की कप्तानी में ही कर्नाटक के खिलाफ खिताबी जीत से चूक गई थी मध्य प्रदेश
- 23 साल बाद फिर से खिताबी जीत की दहलीज पर है चंद्रकांत पंडित की कमान वाली टीम
नई दिल्ली: बंगाल को 174 रन से मात देकर मध्यप्रदेश क्रिकेट टीम ने रणजी ट्रॉफी के फाइनल में प्रवेश कर लिया है। 23 साल बाद वक्त का पहिया घूमा और एक बार फिर मध्य प्रदेश की टीम एक बार खिताबी मुकाबले में पहुंचने में सफल हुई। साल 1999 में आखिरी बार मध्य प्रदेश की टीम चंद्रकांत पंडित की कप्तानी में फाइनल में पहुंची थी। इस बार भी टीम की सफलता के पीछे चंद्रकांत पंडित ही हैं। वो इस बार कोच की भूमिका में हैं
बतौर कोच पूरा करेंगे जीत का अधूरा सपना
60 वर्षीय चंद्रकांत पंडित का मध्य प्रदेश को बतौर कप्तान खिताब जिताने का जो सपना पूरा नहीं हुआ था वो बतौर कोच उसे पूरा करने के करीब पहुंच गए हैं। 22 जून से बेंगलोर के चिन्नास्वामी स्टेडियम में मध्यप्रदेश की 41 बार की चैंपियन मुंबई से भिड़ंत होगी। ये वही टीम है जिसके लिए उन्होंने सालों घरेलू क्रिकेट खेली उसके बाद मध्यप्रदेश की टीम में शामिल हो गए। अब उसी टीम के खिलाफ पंडित मध्य प्रदेश की खिताबी जीत का सपना संजोए बैठे हैं।
पंडित की कप्तानी में मध्य प्रदेश को मिली थी रणजी फाइनल में हार
चंद्रकांत पंडित की कप्तानी वाली मध्य प्रदेश की टीम को साल 1999 में कर्नाटक के खिलाफ 96 रन के अंतर से हार का सामना बेंगलोर के चिन्ना स्वामी स्टेडियम में करना पड़ा था। जीत के लिए 247 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए मध्य प्रदेश की टीम 150 रन पर ढेर हो गई थी।उसी मैदान पर चंद्रकांत पंडित को अपनी भूल को सुधारने का सुनहरा मौका मिला है।
मुंबई के लिए बतौर कोच और खिलाड़ी जीत चुके हैं रणजी खिताब
पंडित मुंबई के लिए बतौर प्लेयर और कोच रणजी खिताब जीत चुके हैं लेकिन मध्य प्रदेश के लिए वो ऐसा नहीं कर सके हैं। उनकी पहचान एक कड़कमिजात या कहें मुंबई के खड़ूस कोच की है जो हर वक्त खिलाड़ियों को कसकर रखना पसंद करते हैं। ताकि वो किसी तरह की ढिलाई मैदान में न बरतें। यही उनकी बतौर कोच सफलता का राज भी है।
भारत के लिए पंडित ने खेले 5 टेस्ट और 36 वनडे
चंद्रकांत पंडित भारत के पूर्व टेस्ट क्रिकेटर हैं जिन्होंने साल 1986 में लीड्स में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था। बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज उन्होंने टीम इंडिया के लिए 5 टेस्ट और 36 वनडे खेले। साल 1992 में वो भारतीय टीम के लिए बेसेन एंड हेजेस वर्ल्ड सीरीज में खेलते नजर आए थे। टीम इंडिया के लिए वो 41 अंतरराष्ट्रीय मैच में 461 रन बना सके। उनका अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक स्कोर 39 रन रहा। वो एक बार भी पचास रन के आंकड़े को पार नहीं कर सके।
ऐसा रहा चंद्रकांत पंडित का घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन
घरेलू क्रिकेट में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। करियर में खेले 138 प्रथम श्रेणी मैच में उन्होंने 48.57 के औसत से 8,209 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 22 शतक और 42 अर्धशतक जड़े। उनका सर्वाधिक स्कोर 202 रन रहा। इस दौरान उन्होंने विकेट के पीछे 281 कैच लपके और 41 स्टंपिंग की। 101 लिस्ट ए मैचों में पंडित ने 35.05 के औसत से 2033 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 14 अर्धशतक जड़े और उनका सर्वाधिक स्कोर 93 रन रहा। लिस्ट ए मैचों में उन्होंने विकेट के पीछे 69 कैच लपके और 28 स्टंपिंग की।