- पुजारा ने खेली 43 रन की पारी, इस दौरान जड़े केवल 2 चौके
- पिछली बार एडिलेड में पुजारा ने खेली थी शतकीय पारी
- भले ही अर्धशतक जड़ने से पुजारा चूक गए लेकिन एक मामले में उन्होंने इंग्लैंड के कप्तान जो रूट को पीछे छोड़ दिया
एडिलेड: ऑस्ट्रेलिया में दो साल पहले टीम इंडिया की ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज के हीरो रहे चेतेश्वर पुजारा के लिए नए दौरे की पहली पारी खास नहीं रही। मैच की तीसरी ही गेंद पर पुजारा को बल्लेबाजी का मौका मिल गया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया के ओपनर पृथ्वी शॉ मिचेल स्टार्क की दूसरी ही गेंद पर बोल्ड हो गए।
पुजारा ने ऐसे मोर्चा संभालते हुए पारी को आगे बढ़ाया। लेकिन जल्दी ही मयंक अग्रवाल उनका साथ छोड़ गए। ऐसे में विराट के साथ मिलकर पुजारा ने टीम को पहले सत्र में 41/2 रन तक पहुंचाया। इसके बाद दूसरे सत्र में पुजारा और विराट ने पारी को आगे बढ़ाते हुए टीम को 100 रन के पार पहुंचाया लेकिन इसके ठीक बाद पुजारा नाथन लॉयन की गेंद पर गच्चा खा गए और लेग स्लिप में मार्नस लाबुशेन के हाथों लपके गए। पुजारा ने 163 गेंद में 43 रन बनाए।
147वीं गेंद पर जड़ा पहला चौका
साल 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट सीरीज में 2-1 की ऐतिहासिक जीत के हीरो रहे पुजारा ने उस दौरे पर एडिलेड में 123 रन की पारी खेली थी। लेकिन इस बार वो पहली पारी में केवल 43 रन बना सके। पुजारा ने एक बार फिर अपने धैर्य का परिचय देते हुए बल्लेबाजी की और 163 गेंद का सामना करते हुए 43 रन बनाए। इस पारी के दौरान पुजारा ने 147 गेंद पर पहला चौका जड़ा। इसके बाद अगली ही गेंद पर उन्होंने दूसरा चौका भी जड़ दिया।
तोड़ा जो रूट का रिकॉर्ड
पुजारा ने अपनी 43(163) रन की पारी के दौरान पिछले एक दशक में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे ज्यादा गेंद खेलने वाले खिलाड़ी बन गए। इस मामले में पुजारा इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान जो रूट ने 46 पारियों में 3607 गेंदों का सामना किया था। वहीं पुजारा ने महज 28 पारियों में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3,609 गेंद का सामना करके रूट को पछाड़ दिया। पुजारा और रूट के बाद एलेस्टर कुक ने 40 पारियों में 3274 गेंदों का सामना ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों के खिलाफ किया है।