- पुजारा ने कर्नाटक के खिलाफ 248 रन की पारी खेली
- पुजारा ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 13वां दोहरा शतक जमाया
- पुजारा ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 50वां शतक जमाया
राजकोट: भारतीय टेस्ट टीम के विशेषज्ञ बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने राजकोट के माधवराव सिंधिया क्रिकेट ग्राउंड पर कर्नाटक के खिलाफ दोहरा शतक जमाकर इतिहास रच दिया। सौराष्ट्र के बल्लेबाज ने 248 रन की पारी खेलकर कई रिकॉर्ड्स तोड़े। पुजारा ने शेल्डन जैक्सन (161) के साथ सौराष्ट्र को कर्नाटक के खिलाफ दमदार स्थिति में पहुंचाया और यादगार पारी के दौरान कई रिकॉर्ड्स को अंजाम दिया। पुजारा ने अपने प्रथम श्रेणी करियर का 13वां दोहरा शतक जमाया। इसी के साथ वह सबसे ज्यादा प्रथम श्रेणी दोहरे शतक जमाने वाले संयुक्त रूप से शीर्ष एशियाई बल्लेबाज बन गए हैं। वह सबसे जल्दी 13 प्रथम श्रेणी दोहरे शतक जमाने वाले तीसरे बल्लेबाज बन गए हैं। पुजारा ने 198 मैचों में 13 दोहरे शतक जमाए हैं।
यह पुजारा के रणजी ट्रॉफी करियर का सातवां दोहरा शतक रहा। रणजी ट्रॉफी में कर्नाटक के खिलाफ दो दोहरे शतक जमाने के मामले में पुजारा संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। पुजारा ने इस दौरान 50वां प्रथम श्रेणी शतक जमाया। यही नहीं, पुजारा सबसे जल्दी रणजी ट्रॉफी में 6,000 रन पूरे करने वाले चौथे बल्लेबाज बन गए हैं। सौराष्ट्र के बल्लेबाज ने 104वीं पारी में 6,000 रन का आंकड़ा पार किया।
चेतेश्वर पुजारा की कर्नाटक के खिलाफ 248 रन की पारी के दौरान बने रिकॉर्ड
- 13 प्रथम श्रेणी दोहरे शतक (एशियाई बल्लेबाजों में संयुक्त रूप से शीर्ष पर)
- रणजी ट्रॉफी में 7वां दोहरा शतक (संयुक्त रूप से दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा दोहरे शतक)
- 50वां प्रथम श्रेणी शतक (9वें भारतीय बल्लेबाज)
- कर्नाटक के खिलाफ दो दोहरे शतक (यह कमाल करने वाले दूसरे खिलाड़ी)
- 13 प्रथम श्रेणी दोहरे शतक (198 पारियों में पूरा करके सबसे जल्दी कमाल करने वाले तीसरे खिलाड़ी)
- रणजी ट्रॉफी में 6,000 रन (104 पारियों में बनाए, चौथे सबसे तेज)
पुजारा और शेल्डन जैक्सन की उम्दा पारियों की बदौलत सौराष्ट्र ने अपनी पारी 581/7 के स्कोर पर घोषित की। कर्नाटक ने दिल का खेल समाप्त होने तक 13 रन पर एक विकेट गंवा दिया था। अपनी पारी के बाद पुजारा ने कहा, 'विशेष महसूस हो रहा है। यह गर्व वाला पल है। भले ही आप अपने आंकड़ों पर ज्यादा गौर नहीं करें, लेकिन यह विशेष है। मैं जब बल्लेबाजी कर रहा था तो पता नहीं था कि कब 50 पूरे किए या शतक पूरा किया।'