नई दिल्ली: भारतीय टीम 22 नवंबर से कोलकाता के ईडन गार्डन्स मैदान पर बांग्लादेश के खिलाफ अपना पहला डे-नाइट टेस्ट मैच खेलेगी। गुलाबी गेंद से वाले इस मैच में एक महीने से भी कम का वक्त बाकी रह गया है। ऐसे में गुलाबी गेंद काफी चर्चा में है। पूर्व दिग्गज क्रिकेटर्स से लेकर मौजूदा क्रिकेटर इसे लेकर अपनी-अपनी राय जाहिर कर रहे हैं।
हाल ही में महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने डे-नाइट को अच्छा कदम बताया था। हालांकि, उन्होंने साथ ही कहा था कि यह तभी सफल होगा जब में ओस से प्रभावी तरीके से निपटा जाएगा। वहीं, अब डे-नाइट टेस्ट और गुलाबी गेंद से खेलने को लेकर चेतेश्वर पुजारा ने अपनी राय रखी है। टेस्ट में तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले पुजारा का कहना है कि गुलाबी गेंद से सामंजस्य बिठाने में कोई परेशानी नहीं होगी।
पुजारा दलीप ट्रॉफी में गुलाब गेंद से खेल चुके हैं। उन्होंने ने इंडिया ब्लू के लिए दो शतक की मदद से से 453 रन बनाए थे। उन्होंने नाबाद 256 रन की पारी भी खेली थी। पुजारा ने पीटीआई से कहा, 'यह उत्साहित करने वाला होगा। हमने जो डे-नाइट मैच खेला था तो वो प्रथम श्रेणी मैच था, यह टेस्ट मैच होगा। मुझे पूरा भरोसा है कि सभी खिलाड़ी इसके लिए उत्साहित हैं।'
उन्होंने कहा, 'जितना हम खेलेंगे, उतना ही हमें अनुभव मिलेगा कि गेंद को कैसे खेला जाए। हर गेंद में अपनी चुनौती होती हैं मुझे नहीं लगता कि लाल गेंद से गुलाबी गेंद से खेलने में ज्यादा बदलाव करना होगा। कारण यह है कि यह एक ही प्रारूप है। हम पांच दिवसीय मैच ही खेल रहे हैं।'
उन्होंने आगे कहा, 'हां, बस यह दूधिया रोशनी में होता है तो यह अलग होगा। लेकिन यह सिर्फ गुलाबी गेंद का आदी होने की बात है। मुझे ऐसा ही लगता है। इसके अलावा, मुझे नहीं लगता कि इसमें ज्यादा अंतर होगा। हम कुछ टेस्ट मैच खेल लेंगे तो हम बिलकुल सही अंतर जान पाएंगे और इसमें सुधार कर सकते हैं।'