- भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका दूसरा टेस्ट मैच - जोहानिसबर्ग
- शार्दुल ठाकुर ने पारी में 7 विकेट लेकर रचा नया इतिहास
- करियर में एक इंसान का रहा है बहुत बड़ा योगदान
अपनी आईपीएल टीम द्वारा मैदान पर उतारे नहीं जाने की हताशा से जूझने से लेकर टेस्ट क्रिकेट में पारी के सात विकेट लेकर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन तक शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) ने लंबा सफर तय किया है लेकिन उनके बचपन के कोच दिनेश लाड का कहना है कि उसे सिर्फ अपनी मानसिक ताकत पर काम करना पड़ा है , इससे इतर कुछ खास नहीं किया।
शारदुल ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन 61 रन देकर सात विकेट लिये । ‘लॉर्ड शारदुल’ या ‘ पालघर एक्सप्रेस’ के नाम से मशहूर हुए ठाकुर ने अपने कैरियर के शुरूआती दिन लाड के साथ मुंबई में बिताये थे। लाड ने पीटीआई से कहा, ‘‘मैने उसके साथ कुछ खास नहीं किया लेकिन उसकी मानसिक ताकत पर काम किया । मुझे याद है जब आईपीएल में उसे किंग्स इलेवन पंजाब ने अंतिम एकादश में शामिल नहीं किया था तब वह काफी निराश हो जाता और कहता था कि ये मुझे खिलाते ही नहीं हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं उससे कहता था कि कोई बात नहीं । तुम्हें चुना गया है और बड़े खिलाड़ियों के साथ अभ्यास करना तुम्हारे लिये अहम है।’’ तीस वर्ष के ठाकुर ने अक्टूबर 2018 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पहला टेस्ट खेला लेकिन अगले टेस्ट के लिये लंबा इंतजार करना पड़ा। भारत के सीमित ओवरों के कप्तान रोहित शर्मा के भी कोच रहे लाड ने ठाकुर को सिर्फ एक सलाह दी थी कि कुछ अलग मत करना।
उन्होंने कहा, ‘‘वेस्टइंडीज दौरे पर जब वह पहली बार चुना गया तो मैने उससे इतना ही कहा कि कुछ अलग मत करना । रणजी ट्रॉफी में जैसे गेंदबाजी करते हो, वैसे ही करना । वह सीखता रहा । मैने उससे कहा कि बल्लेबाज को खेलने पर मजबूर करो ताकि विकेट लेने के मौके बनें । उसने अपनी बल्लेबाजी पर भी काफी मेहनत की।’’