- पाकिस्तान का इंग्लैंड दौरा 2020
- 5 अगस्त से शुरू होगा इंग्लैंड-पाकिस्तान पहला टेस्ट मैच
- मिसबाह उल हक की ये रणनीति कहीं उनको भारी ना पड़ जाए
England vs Pakistan, 3 जुलाई 2020: बुधवार से जब पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज का आगाज होगा, तब सभी की नजरें पाकिस्तानी टीम पर होंगी जो लंबे इंतजार के बाद विदेशी जमीन पर टेस्ट सीरीज खेलने जा रही है। इंग्लैंड ने हाल ही में वेस्टइंडीज को 2-1 से टेस्ट सीरीज में मात दी है और उनके हौसले बुलंद होंगे। ऐसे में पाकिस्तानी टीम मैनेजमेंट कुछ खास रणनीति के साथ मैदान पर उतरना चाहेगा। ऐसी ही एक रणनीति के बारे में खुलासा हुआ है जो पाकिस्तानी टीम के मुख्य कोच मिस्बाह उल हक का ट्रंप कार्ड भी साबित हो सकता है और फ्लॉप शो भी।
पाकिस्तान के मुख्य कोच और मुख्य चयनकर्ता मिसबाह उल हक ने इंग्लैंड के खिलाफ बुधवार से ओल्ड ट्रैफर्ड में शुरू हो रहे पहले क्रिकेट टेस्ट में दो स्पिनरों को उतारने की संभावना से इनकार नहीं किया है। यासिर शाह और भट्टी के साथ पाकिस्तानी टीम अगर मैदान पर उतरी तो ये फायदेमंद भी साबित हो सकता है घातक भी।
पिच के हालात अलग हैं
चीफ कोच मिसबाह ने कहा, ‘‘हमने वेस्टइंडीज सीरीज देखी है और हमने देखा कि मैनचेस्टर और साउथम्पटन में हालात अलग हैं। यहां पिच सूखी है और स्पिनरों तथा रिवर्स स्विंग की मददगार हो सकती है।’’ उन्होंने कहा कि दोनों टीमों का शीर्ष क्रम ही निर्णायक भूमिका में होगा क्योंकि दोनों के पास शानदार गेंदबाजी आक्रमण है।
इंग्लैंड को दिक्कत आई है
उन्होंने कहा ,‘‘ इंग्लैंड के बल्लेबाजों को इन हालात में दिक्कत आई है । अब फैसला इस पर होगा कि दोनों टीमों का शीर्षक्रम कैसे खेलता है । पहली पारी में 300 पार करने पर जीत के अवसर 75 प्रतिशत हो जाते हैं।’’
बाबर से बेजोड़ प्रदर्शन की उम्मीद
मिसबाह ने ये भी कहा कि वह और बल्लेबाजी कोच यूनिस खान दोनों बाबर आजम से इस श्रृंखला में बेजोड़ा प्रदर्शन की उम्मीद करते हैं। उन्होंने कहा , ‘‘बाबर, अजहर अली और असद शफीक से काफी उम्मीदें हैं क्योंकि ये तीनों सीनियर खिलाड़ी हैं।’’
फिर से मैनचेस्टर..
इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच पहला टेस्ट मैच मैनचेस्टर के उसी ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर होने जा रहा है जिस पर इंग्लैंड ने पिछले दो टेस्ट लगातार जीते हैं। जाहिर तौर पर इंग्लिश टीम इस मैदान पर खुद को मजबूत मानकर उतरेगी और पाकिस्तान के लिए ये आसान नहीं होने वाला। खासतौर पर स्टुअर्ट ब्रॉड और जेम्स एंडरसन के खिलाफ। ताज्जुब वाली बात ये है कि पिछले कुछ दिनों में हमने देखा कि कैसे मैनचेस्टर की पिच पर तेज गेंदबाजों ने कमाल किया, फिर भी पाकिस्तानी कोच दो स्पिनरों के साथ उतरने के बारे में सोच रहे हैं।