- अक्टूबर से होने वाले टी20 विश्व कप में सेमीफाइनल में रिजर्व डे के लिए क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया रखेगा प्रस्ताव
- महिला विश्व कप के सेमीफाइनल में रिजर्व डे नहीं था और इंग्लैंड-भारत के बीच नहीं हो सका था मुकाबला
- इसके बाद आईसीसी और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को करना पड़ा था आलोचनाओं का सामना
सिडनी: हाल ही में ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में संपन्न हुए महिला टी20 विश्व कप के अनुभवों से सीख लेते हुए क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया इसी साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाले पुरुषों को टी20 विश्व कप के लिए आईसीसी के सामने एक बदलाव का प्रस्ताव रखने जा रही है। ये प्रस्ताव नॉक-ऑउट दौर यानी सेमीफाइनल मुकाबलों के लिए रिजर्व डे से संबंधित है।
बारिश की भेंट चढ़ गया था भारत-इंग्लैंड का सेमीफाइनल मुकाबला
महिला विश्व कप के दौरान सेमीफाइनल में रिजर्व डे नहीं होने की वजह से क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और आईसीसी दोनों को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था। भारत और इंग्लैंड के बीच पहला सेमीफाइनल बारिश की वजह से नहीं खेला जा सका था और ऐसी स्थिति में ग्रुप ए में अपने सभी मैच जीतकर सेमीफाइनल में पहुंचने वाली टीम इंडिया को फाइनल में प्रवेश मिल गया था। वहीं इंग्लैंड की टीम को मायूस होकर घर वापस लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा।
18 अक्टूबर को होगा विश्व कप का आगाज
ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में 18 अक्टूबर से शुरू हो रहे टी20 विश्व कप के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार फाइनल के अलावा अन्य किसी मैच के लिए रिजर्व डे का प्रावधान नहीं है। ऐसे में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया चाहता है कि सेमीफाइनल मुकाबलों के लिए रिजर्व डे का प्रावधान किया जाए। ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड अगर इस बारे में कोई प्रस्ताव लाता है तो उसपर आईसीसी क्रिकेट समिति की इस साल के बीच में होने वाली बैठक में चर्चा की जायेगी। आईसीसी के सदस्य बोर्ड अगर खेलने की शर्तों में कोई बदलाव चाहते हैं तो इसी बैठक में उस पर बात करेंगे।
नियमों में नहीं है रिजर्व डे का प्रावधान
आईसीसी के मौजूदा नियमों के अनुसार किसी भी इवेंट में फाइनल के अलावा अन्य किसी मैच के लिए रिजर्व डे का प्रावधान नहीं होता है। सभी बोर्ड ने इस नियम पर हस्ताक्षर किए हैं। ऐसे में इसमें बदलाव की मांग समय समय पर उठती रही है लेकिन अब तक ऐसा नहीं हुआ है। जिस टीम को नुकसान होता है वो बदलाव की वकालत करती है और जिसे फायदा होता है वो कहती है कि नियमों का हमें पालन करना होगा इसके अलावा और कुछ नहीं कर सकते।