- 9 अक्टूबर 1976 को लाहौर में खेले गया था पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट
- इस मैच में चार खिलाड़ियों ने किया था अपना टेस्ट डेब्यू
- एक खिलाड़ी ने जड़ा डेब्यू में शतक, एक ने झटकी थी हैट्रिक
नई दिल्ली: आम तौर पर कई देशों के खिलाड़ियों के एक साथ धमाकेदार डेब्यू करने के बहुत से किस्से प्रचलित हैं। लेकिन साल 1976 में पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच लाहौर में खेले गए टेस्ट मैच में एक साथ चार खिलाड़ियों ने डेब्यू किया था। जिसमें से एक नाम पाकिस्तान के सर्वकालिक महान बल्लेबाजों में से एक 19 वर्षीय जावेद मियांदाद और तीन खिलाड़ी न्यूजीलैंड के वॉरेन एंडरसन, विकेटकीपर वॉरेन लीड्स और 34 वर्षीय स्पिनर पीटर पैट्रिक थे।
डेब्यू टेस्ट में जावेद मियांदाद ने जड़ा शतक
इस टेस्ट मैच को पाकिस्तान ने 6 विकेट से जीता था लेकिन इस मैच को डेब्यूटेंट खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन की वजह से याद किया जाता है। इस मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान ने 55 रन पर चार विकेट गंवा दिए थे। ऐसे में बल्लेबाजी करने आए पाकिस्तान के 19 साल के युवा बल्लेबाज जावेद मियांदाद ने अपने डेब्यू मैच में ही शतक जड़ने का कारनामा कर दिखाया। उन्होंने आसिफ इकबाल के साथ पांचवें विकेट के लिए 281 रन की साझेदारी करके टीम को मुश्किल से निकलाकर बड़े स्कोर तक पहुंचा दिया था। मियांदाद टेस्ट डेब्यू में शतक जड़ने वाले दूसरे पाकिस्तानी खिलाड़ी बने थे।
पीटर पैट्रिक ने चटकाई थी हैट्रिक
355 के स्कोर पर न्यूजीलैंड की ओर से डेब्यू करने वाले स्पिनर पैट्रिक ने मियांदाद को रिचर्ड्स हैडली के हाथों लपकावा दिया। वो 259 गेंद में 163 रन बनाकर आउट हुए। लेकिन इसके बाद अगली दो गेंदों पर पैट्रिक ने पाकिस्तान के दो और खिलाड़ियों वसीम राजा और इन्तखाब आलम को आउट करके हैट्रिक पूरी कर ली। और मियांदाद के बाद अपने टेस्ट डेब्यू को यादगार बना लिया। वो न्यूजीलैंड के लिए टेस्ट हैट्रिक लेने वाले पहले खिलाड़ी थे और टेस्ट डेब्यू में इंग्लैंड के मॉरिस एलंब के बाद हैट्रिक लेने वाले दुनिया के दूसरे क्रिकेटर बने थे।
शतक से चूक गए थे एंडरसन
पाकिस्तान के पहली पारी में 417 रन बनाने के बाद न्यूजीलैंड की पारी की शुरुआत हुई तो पूरी कीवी टीम महज 157 रन पर ढेर हो गई। किसी भी कीवी बल्लेबाज का बल्ला नहीं चला। ऐसे में उसे फॉलोऑन का सामना करना पड़ा। दूसरी पारी में भी कीवी टीम की शुरुआत खराब रही और उसने 62 रन पर चार विकेट गंवा दिए। ऐसे में टीम को पारी के अंतर से हार से बचाने के बीड़ा अपना पहला मैच खेल रहे रॉबर्ट एंडरसन ने मार्क बर्गिस के साथ उठाया। बर्गिस ने जहां शतक जड़ा वहीं पांचवें विकेट के लिए 183 रन की साझेदारी कर एंटरसन ने अपनी टीम को पारी की हार से बचा लिया लेकिन शतक पूरा करने से 8 रन से चूक गए।
वॉरेन लीस नहीं कर पाए थे कोई बड़ा कमाल
एंडरसन के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने आए चौथे डेब्यूटेंट वॉरेन लीस ने रिचर्ड हैडली के साथ मिलकर टीम को आगे बढ़ाया लेकिन वो 42 रन बनकर आउट हो गए। न्यूजीलैंड की टीम अपनी दूसरी पारी में 360 रन बनाकर ढेर हो गई और पाकिस्तान को जीत के लिए 105 रन बनाने का लक्ष्य मिला जिसे उसने 6 विकेट रहते हासिल कर लिया। इस पारी में पैट्रिक ने 2 विकेट लिए और मियांदाद अंत में 25 रन बनाकर नाबाद रहे।
आगे चलकर जावेद मियांदाद 1996 तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सक्रिय रहे और उन्होंने पाकिस्तान के लिए 9 हजार से ज्यादा टेस्ट रन बनाए। उनके रिकॉर्ड को सालों कोई और खिलाड़ी चुनौती नहीं दे सका। यूनिस खान ने उनका रिकॉर्ड तोड़ा और 10 हजार टेस्ट रन बनाने वाले पहले पाकिस्तानी बने।