- सौरव गांगुली और एंड्रयू फ्लिंटॉफ के बीच मैदान पर हमेशा रही प्रतिद्वंद्विता
- पूर्व इंग्लिश तेज गेंदबाज स्टीव हार्मिसन ने बयां किया दादा और फ्रैडी के बीच का पुराना किस्सा
- जब सौरव गांगुली 99 पर आउट हुए और उनको सुनाने दौड़े चले आए फ्लिंटॉफ
क्रिकेट के मैदान पर कुछ टीमें ऐसी रही हैं जिनके बीच हमेशा से कड़ी प्रतिद्वंद्विता रही है। लेकिन कुछ खिलाड़ी भी ऐसे रहे जिनके बीच की टक्कर कई किस्सों में तब्दील हो गई। ऐसी ही प्रतिद्वंद्विता थी भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) और इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर एंड्रयू फ्लिंटॉफ (Andrew Flintoff) के बीच। इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज स्टीव हार्मिसन (Steve Harmison) ने एक पुराने किस्से के जरिए इसको बयां करने का प्रयास किया।
उन दिनों जब भी भारत और इंग्लैंड की टीमें किसी भी प्रारूप में आमने-सामने होती थीं, तो सौरव गांगुली और एंड्रयू फ्लिंटॉफ की टक्कर देखने के लिए फैंस बेताब रहते थे। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व स्पिनर ब्रैड हॉग के कार्यक्रम 'टेस्ट ऑफ टाइम' में जब इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज स्टीव हार्मिसन अतिथि के रूप में आए तो उन्होंने दादा और फ्रैडी के बीच 2002 की टेस्ट सीरीज का किस्सा बताया।
स्टीव हार्मिसन ने बताया कि उन्होंने कैसे पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली को नॉटिंघम टेस्ट के दौरान 99 रन पर आउट किया था। वो हार्मिसन का डेब्यू मैच भी था। जब गांगुली शतक से एक रन से चूकने के बाद निराश होकर वापस लौट रहे थे, तभी फ्लिंटॉफ खरी-खोटी सुनाने व कुछ अपशब्द कहने के लिए दौड़े-दौड़े टॉयलेट से मैदान पर आ गए।
इस कार्यक्रम में स्टीव हार्मिसन ने कहा कि, "सौरव के साथ पता नहीं क्या दिक्कत थी? शायद उनके साथ लोगों की जल्दी बनती नहीं थी। मुझे याद है कि मैं अपने डेब्यू में खेल रहा था और एक ओवर की पहली ही गेंद पर मैंने गांगुली को 99 रन पर आउट कर दिया था। एंड्रयू फ्लिंटॉफ चंद मिनट पहले ही टॉयलेट गए थे, लेकिन जैसे ही गांगुली के 99 पर आउट होने की खबर पहुंची तो फ्लिंटॉफ दौड़े-दौड़े मैदान पर आए ताकि गांगुली को कुछ अपशब्द कहे जा सकें और खरी-खोटी सुना सकें।"
मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष व पूर्व कप्तान गांगुली के बारे में हार्मिसन ने आगे कहा, "गांगुली एक प्यारे इंसान हैं लेकिन पता नहीं उनके साथ ऐसा क्या था कि लोगों की उनके साथ जल्दी दोस्ती नहीं हो पाती थी।"
गौरतलब है कि इन दो दिग्गज खिलाड़ियों के बीच हवा में शर्ट लहराने का किस्सा भी खूब चर्चा में रहा था। पहले भारत दौरे पर एक मैच में जीत के बाद मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम पर अपनी शर्ट हवा में घुमाते हुए गांगुली को चिढ़ाने का प्रयास किया था लेकिन नेटवेस्ट ट्रॉफी 2002 के फाइनल में लॉर्ड्स के मैदान पर जब भारत ने इंग्लैंड को हराकर वनडे सीरीज व खिताब जीता, तब गांगुली ने भी उसी अंदाज में लॉर्ड्स की बालकनी से शर्ट हवा में घुमाते हुए फ्लिंटॉफ व इंग्लिश टीम को करारा जवाब दिया था।