- पाकिस्तान के हिंदू क्रिकेटर दानिश कनेरिया अपने बोर्ड पर भड़के
- पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को धर्म आधारित नीति बनाने के लिए लताड़ा
- उमर अकमल पर लगे प्रतिबंध को घटाने पर गुस्सा हुए दानिश कनेरिया
Danish Kaneria slams PCB, 30th July 2020: पाकिस्तान में हिंदू लोगों का क्या हाल है ये किसी से छुपा नहीं है। इसका असर क्रिकेट पर भी पड़ चुका है जब उनके हिंदू क्रिकेटर दानिश कनेरिया को प्रतिबंध के बाद दोबारा खेलने का मौका नहीं दिया गया। हाल ही में उमर अकमल पर तब प्रतिबंध लगाया गया था जब उन्होंने स्वीकार किया था कि सट्टेबाजों ने उनसे संपर्क किया और उन्होंने नियमों को नजरअंदाज करते हुए इसकी जानकारी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को नहीं दी। लेकिन कुछ ही दिन बाद अकमल को राहत देते हुए उनके प्रतिबंध को घटा दिया गया। दानिश कनेरिया इस पर भड़क उठे हैं।
पाकिस्तान क्रिकेट इतिहास के दूसरे हिंदू क्रिकेटर हैं दानिश कनेरिया। उनसे पहले उनके रिश्तेदार अनिल दलपत पाकिस्तान से खेलने वाले पहले हिंदू क्रिकेटर थे। कनेरिया को इंग्लैंड में एसेक्स काउंटी क्लब ने स्पॉट फिक्सिंग मामले में बैन किया था। उसके बाद से पाकिस्तान लौटने के बाद दानिश कनेरिया ने अपने देश में क्रिकेट खेलने के लिए कई बार पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड से अपील की लेकिन हर बार उनकी अपील खारिज कर दी गई। हाल में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने उनसे कह दिया कि वो इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) से गुजारिश करें।
अकमल का प्रतिबंध घटाने पर भड़के
पाकिस्तानी क्रिकेटर उमर अकमल पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) के दौरान एक बुकी के संपर्क में आए थे लेकिन इसकी जानकारी उन्होंने अधिकारियों को नहीं दी। इस मामले में दोषी पाए जाने के बाद पाकिस्तानी क्रिकेट बोर्ड ने अकमल पर तीन साल का प्रतिबंध लगाने का फैसला किया। बाद में उनका प्रतिबंध 18 महीने घटाया गया जिस फैसले को सुनकर दानिश कनेरिया भड़क उठे। उन्होंने अपनी भड़ास ट्विटर पर निकाली।
ट्विटर पर निकाली भड़ास, कहा मैं गर्व से हिंदू हूं
दानिश कनेरिया ने ट्विटर पर लिखा, 'जीरो टोलरेंस पॉलिसी सिर्फ दानिश कनेरिया पर लागू होती है और किसी पर नहीं। क्या मुझे कोई जवाब दे सकता है कि मुझ पर आजीवन प्रतिबंध लगाया और दूसरे लोगों पर नहीं, ऐसा क्यों? क्या नीतियां सिर्फ धर्म, जाति और ताकतवर बैकग्राउंड को देखकर बनाई जाती हैं। मैं हिंदू हूं और मुझे उस पर गर्व है। यही मेरा बैकग्राउंड है और यही मेरा धर्म है।'
खेलना है तो ईसीबी से बात करो
गौरतलब है कि हाल में जब कनेरिया ने पीसीबी से उनके मामले में राहत देने की गुजारिश की तो इस पर पीसीबी ने फाइल खिसकाने का काम किया।पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा, ‘ईसीबी भ्रष्टाचार रोधी संहिता का अनुच्छेद 6.8 इस मामले में लागू है जिस पर साफ लिखा है कि भ्रष्टाचार रोधी पंचाट के प्रमुख, जिसने एक खिलाड़ी पर प्रतिबंध लगाया है, उसी के पास खिलाड़ी को भाग लेने की अनुमति देने का अधिकार है। इसलिये आपको इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) से अपील की राय दी जाती है।’
सौरव गांगुली से उम्मीदें
हाल ही में जब सौरव गांगुली के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के नए अध्यक्ष बनने की खबरों को जोर मिला, तब दानिश कनेरिया को भी उम्मीद नजर आने लगी थी। कनेरिया का मानना है कि दादा उनकी अपील को जरूर समझेंगे और उनको राहत दिलाने के लिए जरूरी कदम उठाएंगे। एक इंटरव्यू के दौरान कनेरिया से जब इस बारे में पूछा गया कि क्या वो दादा से मदद मांगेंगे तो इस पर उन्होंने कहा, 'जी हां। अगर गांगुली आईसीसी अध्यक्ष बने तो मैं जरूर अपील करूंगा। मुझे पूरा भरोसा है कि आईसीसी मेरी हरसंभव मदद करेगा।'
शोएब अख्तर खुलकर आए थे सामने
कुछ ही समय पहले की बात है कि पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर खुलकर दानिश कनेरिया के समर्थन में आगे आए थे। उन्होंने राशिद लतीफ के साथ एक वीडियो में साफ तौर पर बताया था कि कनेरिया एक शानदार स्पिनर थे और उनका भविष्य भी बेहतरीन था। अख्तर ने बताया था कि कैसे पाकिस्तानी खिलाड़ी उनसे सिर्फ इसलिए भेदभाव करते थे क्योंकि वो एक हिंदू है। अख्तर ने कहा कि जब एक बार किसी साथी क्रिकेटर ने कनेरिया को नजरअंदाज करते हुए उनके धर्म की तरफ इशारा किया तो इस पर शोएब ने साफ कह दिया था कि वो दोबारा ऐसी हरकत ना करें क्योंकि कनेरिया भी टीम का उतना ही हिस्सा है जितना कि सब।
अख्तर ने अपने बयान में ये भी साफ कहा था कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) और टीम मैनेजमेंट का भी उनकी तरफ नजरिया अच्छा नहीं था जो कि बहुत गलत था। शोएब के मुताबिक उस दौरान इंग्लैंड दौरे पर जब टीम को सबसे ज्यादा जरूरत थी तब वो दानिश कनेरिया ही थे जिसने सभी को चौंकाते हुए पाकिस्तानी टीम को मुश्किल से बाहर निकाला था।
दानिश कनेरिया का अंतरराष्ट्रीय करियर
दानिश कनेरिया ने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में 61 टेस्ट मैच खेले जिस दौरान उन्होंने 34.79 के शानदार औसत से 261 विकेट चटकाए। जबकि 18 वनडे मैचों में कनेरिया ने 15 विकेट लिए थे। दानिश कनेरिया का प्रथम श्रेणी क्रिकेट करियर भी बेहतरीन रहा था। उनके आंकड़े इस बात के गवाह हैं। कनेरिया ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट के 206 मैचों में 1024 विकेट हासिल किए थे।