एडिलेड: एशेज 2019 की असफलता को पीछे छोड़ते हुए ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ने पाकिस्तान के खिलाफ लगातार दूसरा शतक जड़ दिया। ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर वॉर्नर ने 154 रन की शानदार पारी खेली थी। शुक्रवार को एडिलेड में बल्लेबाजी के उसी सिलसिले को जारी रखते हुए वॉर्नर ने करियर का 23वां टेस्ट शतक जड़ दिया। यह घरेलू सरजमीं पर उनका 17वां और पाकिस्तान के खिलाफ 5वां टेस्ट शतक है। अपनी इस शतकीय पारी के दौरान वॉर्नर ने रिकॉर्ड्स की झड़ी लगा दी।
बतौर ओपनर सबसे ज्यादा शतक
23वें शतक के साथ वॉर्नर बतौर ओपनर सबसे ज्यादा टेस्ट शतक जड़ने वाले बल्लेबाजों की सूची में पांचवें स्थान पर काबिज हो गए हैं। इस सूची में पहले पायदान पर भारत के सुनील गावस्कर 33 शतक के साथ काबिज हैं। उनके बाद इंग्लैंड के एलेस्टर कुक(31) दूसरे, ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडेन(30) तीसरे, द. अफ्रीका के ग्रीह्म स्मिथ(27) चौथे पायदान पर है।
पाकिस्तान के खिलाफ दूसरे विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी
एडिलेड टेस्ट के पहले दिन डेविड वॉर्नर ने मार्नस लाबुशाने के साथ दूसरे विकेट के लिए नाबाद 294* रन की साझेदारी की। यह पाकिस्तान के खिलाफ ऑस्ट्रेलियाई के लिए दूसरे विकेट की साझेदारी का नया रिकॉर्ड है। 420 गेंद लंबी साझेदारी में वॉर्नर ने 162 (215) और लाबुशाने ने 126 (205) रन का योगदान दिया। इस साझेदारी की बदौलत पहले दिन बारिश के खेल में बाधा डालने के बा ऑस्ट्रेलिया 1 विकेट पर 302 रन का स्कोर खड़ा करने में सफल हुआ। इससे पहले पाकिस्तान के खिलाफ दूसरे विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड जस्टिन लैंगर और मार्क टेलर की जोड़ी के नाम दर्ज था। दोनों ने 1998 में पेशावर में दूसरे विकेट के लिए 279 रन जोड़े थे।
वॉर्नर ने शुक्रवार को पाकिस्तान के खिलाफ सबसे कम टेस्ट पारियों में पांच टेस्ट शतक जड़ने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 11वीं टेस्ट पारी में बल्लेबाजी करते हुए ये कारनामा किया। उनसे पहले ये रिकॉर्ड भारत के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ के नाम दर्ज था। द्रविड़ ने पाकिस्तान के खिलाफ पांच शतक 17 टेस्ट पारी में जड़े थे। इस सूची में तीसरे पायदान पर भारत के पाली उमरीगर और श्रीलंका के कुमार संगकारा हैं। दोनों ने 19-19 पारियों में पाकिस्तान के खिलाफ पांचवां टेस्ट शतक जड़ा था। वहीं सहवाग और जेफ्री बायकॉट को इसके लिए 22-22 पारियां खेलनी पड़ी थीं।
करियर की तीसरी बड़ी पारी
वॉर्नर के बल्ले से पहले दिन निकले 166 रन उनके टेस्ट करियर की तीसरी सबसे बड़ी पारी है। इससे पहले वो भारत के खिलाफ पर्थ में साल 2012 में 180 रन की और न्यूजीलैंड के खिलाफ 2015 में 253 रन की पारी खेल चुके हैं। उनके पास शनिवार को करियर का दूसरा दोहरा शतक पूरा करने का शानदार मौका है।
एडिलेड में सबसे बड़ी साझेदारी
वॉर्नर और लाबुशाने के बीच दूसरे विकेट के लिए हुई 294 रन की साझेदारी इस मैदान पर दूसरे विकेट के लिए हुई सबसे बड़ी साझेदारी है। इससे पहले ये रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के कोलिन मैक्डोनल्ड और लिंड्से हेसेट की जोड़ी के नाम दर्ज था। दोनों ने साल 1953 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे विकेट के लिए इसी मैदान पर 275 रन जोड़े थे।