- डेविड वॉर्नर को भारत के खिलाफ दूसरे वनडे में ग्रोइन समस्या हुई थी
- वॉर्नर मेलबर्न में ऑस्ट्रेलियाई टीम से जुड़े और ट्रेनिंग शुरू की
- वॉर्नर ने कहा कि चोट ने उन्हें शॉट खेलने से रोक दिया है
मेलबर्न: ऑस्ट्रेलियाई ओपनर डेविड वॉर्नर का तीसरे टेस्ट तक फिट होना मुश्किल लग रहा है। भारत के खिलाफ तीसरा टेस्ट सिडनी में 7 जनवरी से शुरू होगा। वॉर्नर मैच में खेलने के लिए अपना पूरा दम लगा रहे हैं। वो अगर 100 प्रतिशत फिट नहीं भी हुए तो भी खेल सकते हैं। वॉर्नर को पिछले महीने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में भारत के खिलाफ दूसरे वनडे में ग्रोइन चोट लगी थी और तभी से वो एक्शन से दूर हैं। वॉर्नर भारत के खिलाफ पहले दो टेस्ट से बाहर रहे।
वॉर्नर ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथ मेलबर्न में जुड़े और ट्रेनिंग दोबारा शुरू की, लेकिन तीसरे टेस्ट में उनके खेलने पर सस्पेंस बना हुआ है। वॉर्नर ने खुद अपने बारे में अपडेट देते हुए कहा, 'मैं पिछले कुछ दिनों में दौड़ नहीं पाया हूं। आज और कल मुझे बेहतर संकेत मिल सकेंगे कि मेरी स्थिति क्या है। क्या मैं 100 प्रतिशत ठीक हो पाउंगा? बहुत संदेहास्पद है। मगर मैं सिडनी जाकर खेलने के लिए अपना पूरा जोर लगा रहा हूं भले ही 100 प्रतिशत फिट नहीं हो पाउं।'
चोट के कारण शॉट खेलने पर लगी पाबंदी
डेविड वॉर्नर ने कहा कि चोट के कारण बल्लेबाजी करते समय उनके मूवमेंट पर पाबंदी लग गई है, लेकिन विकेट के बीच दौड़ना और फील्डिंग करना उनकी ज्यादा बड़ी चिंता है और वह इसके लिए 100 प्रतिशत फिट होना चाहते हैं। वॉर्नर ने कहा, 'इस समय कुछ शॉट्स खेलने पर पाबंदी लग गई है, लेकिन मेरे लिए विकेट के बीच दौड़ना है, यह मायने नहीं रखता कि मैं कौन से शॉट्स खेल सकता हूं और कौन से नहीं। यह ड्रॉप और रन की बात है। दूसरे छोर पर बल्लेबाज को स्ट्राइक से हटाना है। इन चीजों पर मैं काम कर रहा हूं और ये ऐसी चीजें हैं जिसके लिए मैं 100 प्रतिशत फिट होना चाहता हूं।'
वॉर्नर ने आगे कहा, 'इस मामले में मैं शायद नहीं जाऊं, लेकिन मैं अपने आप एडवांस में इस पर काम कर रहा हूं, अब देखना होगा कि इसका प्रबंध कैसे करना है। यह मौके पर स्मार्ट बनने की बात है। मुझे पता है कि मैं विकेट के बीच दौड़ सकता हूं। अगर मुझे महसूस हुआ कि मैं अपनी जिम्मेदारी निभा पा रहा हूं, चाहे स्लिप में खड़े होकर फील्डिंग करूं, इसके बाद ही तय कर पाउंगा कि तीसरे टेस्ट में खेलूंगा या नहीं।'