नई दिल्ली: कोरोना महामारी की वजह से ऑस्ट्रेलिया भी लॉकडाउन में है और वहां भी स्थिति अच्छी नहीं है। इस साल अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया को ही टी20 विश्व कप 2020 का आयोजन करना है और सभी की नजरें इस बात पर लगी हैं कि आखिर ये टूर्नामेंट होगा या नहीं। मेजबान देश के दिग्गज बल्लेबाज डेविड वॉर्नर की मानें तो उनके देश में ये होना मुमकिन नहीं लग रहा है।
डेविड वार्नर ने कहा है कि कोविड-19 महामारी के बीच मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए इस साल अक्टूबर-नवंबर में टी20 विश्व का आयोजन उनके देश में मुश्किल है। डेविड वॉर्नर ने भारतीय सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा के साथ ‘इंस्टाग्राम चैट’ में कहा, ‘जैसी परिस्थितियां हैं उससे आईसीसी विश्व कप (टी20) का आयोजन होता नहीं दिख रहा है। हर किसी (16 टीमें) को एक साथ लाना काफी मुश्किल होगा।’ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने हालांकि इस पर अभी कोई फैसला नहीं लिया है।
क्या सुनील गावस्कर का फॉर्मूला अपनाया जाएगा?
कुछ दिन पहले भारत के पूर्व महान खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने एक सुझाव दिया था। उनके मुताबिक अगर ऑस्ट्रेलिया इस साल टी20 विश्व कप नहीं करा सकता है तो वो इसकी मेजबानी भारत को सौंप दे और अगले साल भारत में आयोजित होने वाले टी20 विश्व कप का आयोजन वो करा ले। गावस्कर ने इंडिया टुडे से कहा था कि, 'जैसा कि हम सभी को पता है ऑस्ट्रेलिया ने 30 सितंबर तक देश में विदेशियों के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया है। टूर्नामेंट अक्टूबर के मध्य में शुरू होगा इसलिए फिलहाल इसका आयोजन मुश्किल लगता है। अगले साल टी20 विश्व कप भारत में होना है। अगर भारत और ऑस्ट्रेलिया समझौता करते हैं और भारत में कोविड-19 मामलों की संख्या थम जाती है तो वे टूर्नामेंट की अदला-बदली कर सकते हैं। यह भारत में इस साल अक्टूबर-नवंबर में हो सकता है और ऑस्ट्रेलिया में अगले साल लगभग इसी समय।’
..लेकिन ये है समस्या
सुनील गावस्कर का ये फॉर्मूला अच्छा तो लग रहा है लेकिन इसमें कई पेंच भी हैं। सबसे पहला तो ये कि क्या क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया इसके लिए तैयार होगा? और दूसरा ये कि क्या उस समय तक भारत में हालात अच्छे हो जाएंगे? गावस्कर ने ये बयान 21 अप्रैल को दिया था और तब से लेकर अब तक भारत में स्थिति तेजी से बदली है। अब भारत में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 60 हजार के करीब पहुंच चुका है। देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में आईसीसी और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया इस मुद्दे पर क्या फैसला लेते हैं।