- डेविड वॉर्नर मौजूदा सीजन में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए
- पहले चरण में वॉर्नर से हैदराबाद की कप्तानी छीन ली गई थी
- वॉर्नर ने अब हैदराबाद टीम से अलग होने का फैसला किया है
डेविड वॉर्नर और सनराइजर्स हैदराबाद (एसआरएच) के बीच पिछले कुछ समय से मनमुटाव की खबरें आ रही थीं। आईपीएल 2021 के पहले चरण में वॉर्नर की अगुवाई में टीम ने बेहद निराशजनक प्रदर्शन किया था, जिसके बाद उनसे कप्तानी छीनकर केन विलियमसन को दे दी गई। इसके बाद उन्हें अगले मैच में प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया, तब इसे लेकर काफी चर्चा रही थी। वहीं, दूसरे चरण में ऑस्ट्रेलियाई ओपनर वॉर्नर का बल्ला शुरुआती दो मैचों में खामोश रहा तो उन्हें तीसरे मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ अंतिम एकादश से बाहर कर दिया गया। ऐसे में अब वॉर्नर ने बड़ा फैसला लेते हुए हैदराबदा टीम से अलग होने का फैसला किया है। वह मौजूदा चरण में एसआरएच के लिए नहीं खेलेंगे।
एक कमेंट ने सब कुछ क्लियर कर दिया
बता दें कि हैदराबाद ने वॉर्नर की जगह राजस्थान के विरुद्ध अपनी प्लेइंग इलेवन में इंग्लैंड के जेसन रॉय को मौका दिया। रॉय ने मैच में शानदार बल्लेबाजी करते हुए 42 गेंदों में 8 चौकों और 1 छक्के की मदद से 60 रन बनाए और प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए। वहीं, जब हैदराबाद की टीम फील्डिंग कर रही थी तो 10 ओवर के बाद फ्रेंचाइजी ने इंस्टाग्राम पर एक फोटो शेयर की। इस पोस्ट पर एक यूजर ने कमेंट किया, 'क्या वॉर्नर स्टेडियम में हैं। हमें वह दिख नहीं रहे।' इस कमेंट का वॉर्नर ने जवाब दिया और इशारों-इशारों में क्लियर कर दिया कि वह अब हैदराबाद की जर्सी में मैदान पर नहीं उतरेंगे। उन्होंने लिखा, 'बदकिस्मती से ऐसा दोबारा नहीं होगा, लेकिन कृपया सपोर्ट करते रहें।'
'रॉय खेलने के लिए हमेशा से तैयार थे'
हैदराबाद ने राजस्थान के खिलाफ 7 विकेट से बड़ी जीत दर्ज की। रॉय ने पहले विकेट के लिए ऋद्धिमान साहा (18) और दूसरे विकेट के लिए कप्तान विलियमसन के साथ 57-57 रन की साझेदारी कर टीम को शानदार शुरुआत दिलाई। विलियमसन ने 41 गेंद में नाबाद 51 रन की पारी के दौरान पांच चौके और एक छक्का जड़ा। उन्होंने अभिषेक शर्मा (नाबाद 21) के साथ चौथे विकेट के लिए 48 रन की अटूट साझेदारी कर टीम को जिताया। यह हैदराबाद की आईपीएल 2021 में दूसरी जीत है। एसआरएच 4 अंकों के साथ प्वाइंट्स टेबल में सबसे नीचे आठवें स्थान पर है। मैच के बाद विलियमसन ने कहा, 'रॉय ने टीम में ऊर्जा का संचार किया। उसने शानदार प्रदर्शन किया। उन्हें मौका नहीं मिल पा रहा था लेकिन वह खेलने के लिए हमेशा से तैयार थे।'