- बीसीसीआई के पास क्या है कप्तानी का प्लान बी
- अगर चोटिल हुए रोहित शर्मा तो कौन संभालेगा टीम की कमान
- रोहित की फिटनेस पर हमेशा उठते रहे हैं सवाल
नई दिल्ली: बीसीसीआई की सीनियर सिलेक्शन कमिटी ने शनिवार को श्रीलंका के खिलाफ आगामी टी20 और टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम का ऐलान कर दिया। इसके साथ ही भारतीय क्रिकेट गलियारों में भारतीय टेस्ट टीम के नए कप्तान को लेकर चल रही बहस का भी अंत हो गया। रोहित शर्मा को टी20 और वनडे के बाद टेस्ट टीम का भी कप्तान नियुक्त कर दिया गया।
टी20 वर्ल्ड कप 2021 से पहले विराट ने टी20 टीम की कप्तान छोड़ने का ऐलान कर दिया था। विराट ने कहा था कि विश्व कप छोटे फॉर्मेट में बतौर कप्तान उनका आखिरी टूर्नामेंट होगा। लेकिन टीम के विश्व कप में पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ हार के बाद परिदृश्य तेजी से बदला और विराट की टी20 के बाद वनडे टीम की कप्तानी से भी हाथ धोना पड़ा। विराट ने दक्षिण अफ्रीका दौरे पर टेस्ट सीरीज में 1-2 के अंतर से हार के बाद टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ने का ऐलान कर दिया।
वर्कलोड था विराट के टी20 कप्तानी छोड़ने की वजह
विराट ने वर्क लोड को ध्यान में रखते हुए टी20 टीम की कप्तानी छोड़ने का फैसला किया था। हालांकि उनकी कप्तानी में एक भी आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीतने की आलोचना होती रहती थी लेकिन विराट वनडे और टेस्ट टीम की कप्तानी करते रहना चाहते थे। विराट कोहली के कप्तानी छोड़ने के बाद माना जा रहा था कि टेस्ट टीम के लिए केएल राहुल या ऋषभ पंत में से किसी एक को कप्तान बनाया जा सकता है दोनों टेस्ट टीम की कमान संभालने के लिए दावेदार के रूप में उभरे थे लेकिन अंत में बाजी रोहित के हाथ लगी।
लगातार चोटिल होते रहे हैं रोहित शर्मा
रोहित को कप्तान बनाए जाने के बाद टीम मैनेजमेंट ने शायद वही भूल दोहरा दी है जो उन्होंने विराट के साथ की थी। तीन फॉर्मेट की कप्तानी करना रोहित के लिए आसान नहीं होगा। वो आईपीएल में भी मुंबई इंडियन्स के लिए कप्तानी करते हैं। रोहित की फिटनेस हमेशा सवालों में रही है। वो लंबे वक्त तक चोट की वजह से टीम से बाहर रहे हैं। ऐसे में उनके लिए तीनों फॉर्मेट की कप्तानी करने का मतलब खुद को फिट रखना और भारतीय टीम के लिए हर मैच खेलना है।
लगातार 12 महीने खेलनी होगी रोहित को क्रिकेट
चयनसमिति का ये निर्णय कहीं भारतीय टीम को भारी ना पड़ जाए। अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में टी20 विश्व कप का आयोजन होना है इसके छह महीने बाद भारत की मेजबानी में वनडे विश्व कप का आयोजन होना है। ऐसे में 12 महीने लगातार क्रिकेट खेलने का असर निश्चित तौर पर रोहित के ऊपर पड़ेगा। कोई दूसरा खिलाड़ी कमान संभालते हुए टीम के अंदर मैदान पर ऊर्जा का संचार नहीं कर पा रहा है। दक्षिण अफ्रीका दौरे पर केएल राहुल की कप्तानी में यह दिखाई दिया। एक टेस्ट में राहुल ने टीम की कमान संभाली थी। वहां भी बतौर कप्तान वो अपना असर नहीं छोड़ पाए थे।
क्या है बीसीसीआई का कप्तानी का 'प्लान बी'
अगर खुदा ना खास्ता रोहित शर्मा चोटिल हो जाते हैं तो कप्तानी को लेकर बीसीसीआई का प्लान बी क्या है? किस खिलाड़ी को कप्तान के रूप में तैयार किया जा रहा है। हर टूर्नामेंट में उपकप्तान बदल रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जसप्रीत बुमराह वनडे टीम के उपकप्तान थे। वहीं वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज में ऋषभ पंत उपकप्तान हैं। श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट और टी20 दोनो सीरीज के लिए बुमराह को टीम का उपकप्तान चुना गया है।बीसीसीआई उपकप्तान के रूप में किसी एक खिलाड़ी पर भरोसा नहीं जता पाया है। यह टीम इंडिया के लिए भविष्य में बड़ी परेशानी बन सकता है। जल्दी ही बीसीसीआई का इसका हल ढूंढना पड़ेगा क्योंकि जलते घर की आग बुझाने के लिए कुंए नहीं खोदे जाते।